इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सत्ता पक्ष व विपक्ष के नेता हर वक्त भले ही कश्मीर का राग छेड़ते रहें लेकिन पाकिस्तान की जनता के लिए यह सबसे बड़ा मुद्दा नहीं है। एक सर्वे में यह सामने आया है कि पाकिस्तान के आम आदमी के लिए कश्मीर मुद्दे से ज्यादा अपनी जिंदगी की रोजमर्रा की समस्याएं कहीं अधिक महत्व रखती हैं। गैलप पाकिस्तान द्वारा कराए गए इस सर्वेक्षण ने इस बात पर मुहर लगा दी है कि पाकिस्तान में लोगों का ध्यान बुनियादी समस्याओं से हटाने के लिए राजनेता कश्मीर मुद्दे को हवा देते हैं।
महंगाई से त्रस्त है पाकिस्तान की आम जनता
पाकिस्तानी नेताओं द्वारा अक्सर कश्मीर राग अलापने के बावजूद जनता कश्मीर मुद्दे को अधिक महत्व नहीं देती है। सर्वेक्षण में सामने आया है कि पाकिस्तान की जनता सबसे अधिक महंगाई से परेशान है। सर्वे के मुताबिक, 53 फीसदी पाकिस्तानियों ने कहा कि उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी समस्या महंगाई है जिसने उनके घरेलू बजट को हिलाकर रख दिया है। गौरतलब है कि हाल में आई आधिकारिक रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान में हाल के दिनों में जितनी महंगाई रही है, उतनी देश के इतिहास में कभी नहीं रही।
बेरोजगारी है दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा
सर्वेक्षण के मुताबिक, पाकिस्तानी बेरोजगारी को दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा मानते हैं। इसमें शामिल 30 फीसदी लोगों ने कहा कि उनके लिए देश में व्याप्त बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। सर्वेक्षण के मुताबिक, केवल आठ फीसदी पाकिस्तानियों ने कहा कि वे कश्मीर मुद्दे को सबसे बड़ा मुद्दा मानते हैं। भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान की ख्याति अच्छी नहीं है लेकिन केवल चार फीसदी पाकिस्तानियों ने ही इसे देश की सबसे बड़ी समस्या बताया। दो फीसदी लोगों ने देश में राजनैतिक अस्थिरता को सबसे बड़ा मुद्दा बताया। (IANS)