काठमांडू: देश के संविधान में जल्द से जल्द संशोधन की मांग कर रहे नेपाल के मधेसी फ्रंट ने आज प्रधानमंत्री प्रचंड का पुतला जलाया। फ्रंट मई में महत्वपूर्ण स्थानीय निकाय चुनाव करवाए जाने के सरकार के फैसले का विरोध कर रहा था। सात मधेसी दलों के गठबंधन दी यूनाईटेड मधेसी फ्रंट (UDMF) ने दक्षिणी नेपाल के बीरगंज क्षेत्र में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। सद्भावना पार्टी के समर्थक बीरगंज के घंटाघर इलाके में एकत्र हुए और उन्होंने प्रचंड का पुतला जलाया।
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सरकार ने कल स्थानीय निकाय चुनावों की घोषणा की थी जिसके बाद फ्रंट ने इसमें खलल डालने के लिए तराई क्षेत्र में बंद समेत 16 दिन तक विरोध प्रदर्शन की घोषणा की। फ्रंट में शामिल सद्भावना पार्टी के उपाध्यक्ष ईश्वर यादव ने कहा कि थोपे गए चुनाव के कोई मायने नहीं होते। उन्होंने कहा कि यूडीएमएफ तराई-मधेसी क्षेत्र में चुनाव होने ही नहीं देगा।
सरकार ने कल कैबिनेट की बैठक के दौरान घोषणा की थी कि 14 मई को स्थानीय निकाय चुनाव करवाए जाएंगे। मधेसी दल चाहते हैं कि चुनाव की तारीख की घोषणा करने से पहले उनकी मांगो की पूर्ति के लिए संविधान में संशोधन किया जाए। मधेसी दलों का यह फ्रंट वंचित लोगों के और अधिक प्रतिनिधित्व तथा उन्हें और अधिकार दिए जाने की मांग कर रहा है।