लंदन: कोरोनावायरस महामारी के पहले 50 दिनों के दौरान चीन द्वारा उठाए गए कदमों से देशभर में सात लाख से अधिक लोग संक्रमित होने से बच गए। शोधकर्ताओं का दावा है कि चीन द्वारा वायरस को नियंत्रित करने के उपायों से संक्रमण के वुहान से बाहर अन्य शहरों में पहुंचने में काफी समय लगा और देश भर में आवाजाही प्रतिबंधित करने से सात लाख से अधिक संक्रमणों को रोका जा सका।
साइंस जर्नल में प्रकाशित अध्ययन उन देशों के लिए उपयोगी हो सकता है, जो अभी भी कोविड-19 महामारी के शुरुआती चरणों में हैं। ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ता क्रिस्टोफर डाई ने कहा, महामारी के 50 दिन (19 फरवरी) तक चीन में पुष्टि हुए मामलों की संख्या लगभग 30,000 थी। हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि वुहान यात्रा प्रतिबंध और राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया के बिना उस तारीख तक वुहान में 700,000 से अधिक कोविड-19 मामलों की पुष्टि होती।
उन्होंने कहा, संक्रामक और अतिसंवेदनशील लोगों के बीच संपर्क को रोकते हुए चीन के नियंत्रण के उपायों ने संचरण की श्रंखला को सफलतापूर्वक तोड़ने का काम किया है। निष्कर्षों के लिए शोधकर्ताओं ने कोविड-19 के प्रसार और नियंत्रण की जांच करने के लिए केस रिपोर्ट, लोगों की आवाजाही का डेटा और सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप के साथ एक अनूठे संयोजन का उपयोग किया।
उन्होंने यात्रा प्रतिबंध से पहले वुहान से 43 लाख लोगों की आवाजाही की पड़ताल की। इसके अलावा चीन के शहरों में लागू किए गए नियंत्रण उपायों के प्रकार एवं समय और प्रत्येक शहर में वायरस के मामलों की संख्या पर प्रतिदिन नजर रखी। चीन में 23 जनवरी, 2020 के यात्रा प्रतिबंध के बाद लोगों की आवाजाही में असाधारण तौर पर कमी दे गई। एहतियात के तौर पर उठाए गए कदमों से अन्य शहरों में संक्रमण पहुंचने में काफी समय लगा, जिससे समय रहते उससे निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को भी आसानी हुई।
बीजिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी के महामारी विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर हुआयु तियान ने कहा, इस देरी ने 130 से अधिक शहरों में कोविड-19 के पहुंचने से पहले तैयारी के लिए अतिरिक्त समय मिल गया। चीन के शहरों में सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया, मनोरंजन स्थलों को बंद कर दिया और अन्य कार्यों के बीच सार्वजनिक परिवहन को निलंबित कर दिया।
शोधकर्ताओं ने उल्लेख किया कि नियंत्रण उपायों ने वायरस के संक्रमण की संख्या को बहुत कम स्तर पर ला दिया।