काठमांडू: नेपाल में वामपंथी गठबंधन संसदीय चुनाव में बहुमत की ओर बढ़ रहा है और उसका सरकार बनाना तय है. शनिवार को घोषित के अनुसार वामपंथी गठबंधन अब तक 70 सीटों पर जीत हासिल कर चुका है जबकि कांग्रेस को सिर्फ 10 सीटों पर सफलता मिली है. 4
नेपाल चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणाम के अनुसार, नेपाल एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) ने अभी तक 51 सीटें जीत ली हैं, जबकि उसके गठबंधन सहयोगी माओवादी सेंटर ने 19 सीटें हासिल की हैं.
भारत की करीबी और सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस केवल दस सीटें ही जीत पाई है. नया शक्ति पार्टी, संघीय समाजवादी मोर्चा नेपाल और निर्दलीय ने एक-एक पर जीत दर्ज की है।
पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल और बाबूराम भट्टराई चुनाव जीत गए हैं. सीपीएन-यूएमएल के नेता माधव काठमांडू-2 से और नया शक्ति पार्टी के अध्यक्ष बाबूराम भट्टराई गोरखा-2 से विजयी हुए हैं. संघीय समाजवादी मोर्चा नेपाल के अध्यक्ष उपेंद्र यादव सप्तरी-2 से चुने गए हैं.
नेपाल में सीधे मतदान प्रणाली के तहत संसद की कुल 165 और प्रांतीय विधानसभा की 330 सीटों के लिए मतदान कराया गया है. प्रांतीय विधानसभा में सीपीएन-यूएमएल ने 27, माओवादी सेंटर ने 19, नेपाली कांग्रेस ने छह, नया शक्ति पार्टी और निर्दलीय ने एक सीट पर सफलता पाई है.
संसदीय चुनाव में कुल 1,663 प्रत्याशी जबकि प्रांतीय विधानसभा में कुल 2819 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया है. राजशाही खत्म होने के बाद देश में 2015 में संविधान लागू किया गया. इसके बाद हुए पहले चुनाव को ऐतिहासिक माना जा रहा है. देश में राजनीतिक स्थिरता आने की उम्मीद की जा रही है. ज्ञात हो कि नेपाल में 26 नवंबर और सात दिसंबर को दो चरणों में चुनाव कराए गए थे. कुल 128 सांसद और प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 256 सदस्य चुने जाने हैं.
नेपाल में चुनाव पर संयुक्त राष्ट्र ने खुशी ज़ाहिर की है. नेपाल में दो चरणों में शांति से संपन्न हुए चुनाव के लिए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने लोगों को बधाई दी है. उन्होंने आशा जताई कि चुनाव के बाद नेपाल में संघीय ढांचे की स्थापना हो सकेगी.