जहां चीन जनसंख्या के मामले में सबसे ऊपर है वहीं चीन में एक ऐसी जगह भी है जहां कोई नहीं रहता। इतनी जनसंख्या होने के बाद भी चीन का यह शहर बिल्कुल विरान है। चीन के इस शहर में लोगों को बसाने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है लेकिन लोग यहां रहने को तैयार नहीं है। धीरे-धीरे यह शहर अब भूतों के शहर में बदलता जा रहा है। यह है चीन का लानचो शहर। इस शहर को बनाने के लिए चीन ने काफी खर्चा किया है। (विश्व बैंक: सिंधु जल संधि पर भारत-पाक वार्ता जारी, नहीं लिया गया कोई फैसला)
लानचो शहर की सिल्क रोड को इकनॉमी बेल्ट का हीरा माना जाता है। लेकिन इस शहर में कोई भी आना पसंद नहीं करता है। दरअसल, चीनी लोग इस शहर को भूतों का शहर मानने लगे हैं। इस शहर को लेकर चीन के कुछ सपने हैं। चीन का पहला सपना यह है कि वो मूलभूत सुविधाओं में खर्चा कर अपने पश्चिमी क्षेत्रों को आर्थिक मुख्यधारा में लाए और दूसरा सपना प्राचीन सिल्क रोड को पुनर्जीवित करके एशिया के दिल में अपनी जगह मजबूत कर सकें। 315 स्कवायर मील का यह बड़ा शहर बनाने के लिए सैंकड़ों चट्टानों को बुलडोजर के जरिए सपाट किया गया था। लेकिन आज, क्रेन प्लांड इंडस्ट्रियल एरिया में खाली खड़ी हैं। रहने के लिए बनाई गई इमारतें और गलियां भी खाली पड़ी हैं।
विदेशी एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के सही से काम ना करने के दो कारण हो सकते हैं। एक तो यह कि चीन के आर्थिक मॉडल में क्या कमी है और दूसरा ये की कर्ज किस तरह खतरनाक लेवल तक बढ़ रहा है। खासकर तब जब सरकार धीमी चल रही अर्थव्यवस्था को कुछ ऐसे प्रजोक्ट के साथ सुधारने की कोशिश में लगी है जिनका कोई अर्थ हो उपयोग हो।