काठमांडू। पश्चिमी और पूर्वी नेपाल में गुरुवार को भारी वर्षा के चलते भूस्खलन की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 12 व्यक्तियों की मौत हो गई और नौ अन्य लापता हैं। यह जानकारी अधिकरियों ने दी। नेपाल में मंगलवार से ही भारी से मध्यम स्तर की बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार वर्षा शनिवार तक जारी रहेगी। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम नेपाल के वालिंग नगरपालिका क्षेत्र में एक मकान के भूस्खलन की चपेट में आने से तीन बच्चों सहित नौ व्यक्तियों की मौत हो गई और चार अन्य लापता हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी नेपाल में इसी तरह की घटना में सियांग्जा जिले में 15 वर्षीय एक लड़की की जबकि पल्पा जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। पूर्वी नेपाल में धनुका नगरपालिका क्षेत्र में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। पल्पा में हुए एक भूस्खलन की चपेट में आने के बाद पांच व्यक्ति लापता हैं। नेपाल सेना और नेपाल पुलिस की एक संयुक्त टीम को बचाव अभियान के लिए तैनात किया गया है।
भूकंप बाद सहायता के रूप में भारत ने नेपाल को 96 करोड़ रुपए दिये
नेपाल में 2015 में आये विनाशकारी भूकंप के बाद सहायता एवं पुनर्वास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तहत भारत ने करीब 96 करोड़ रुपये दिये हैं। भारतीय दूतावास ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इस विनाशकारी भूकंप में नेपाल में 9,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। यह वित्तीय सहायता आवास एवं विद्याालय क्षेत्र सहायता के रूप में मुहैया की गई। प्राकृतिक आपदा में प्रभावित हुए शैक्षणिक संस्थानों एवं भवनों के मरम्मत कार्य में इससे सहायता मिलेगी।
दूतावास ने एक बयान में कहा, 'भारत सरकार ने भूकंप बाद की पुनर्निर्माण सहायता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए 1.54 अरब नेपाली रुपये (भारतीय मुद्रा में करीब 96 करोड़ रुपये) नेपाल को मुहैया किये।' भारतीय दूतावास में उप मिशन प्रमुख नामग्याल खाम्पा ने 1.54 अरब नेपाली रुपये का चेक नेपाल के वित्त मंत्री के सचिव शिशिर कुमार धुनगणा को सौंपा।
बयान में कहा गया है कि भारत ने गोरखा और नुवाकोट जिलों में 50,000 निजी आवास का पुनर्निर्माण कराने में मदद करने की भी अपनी प्रतिबद्धता जताई। इनमें 92 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं। बयान में कहा गया है, ‘‘भारत भूकंप से उबरने में नेपाल के लोगों और सरकार की सहायता जारी रखने के लिये प्रतिबद्ध है। ’