इस्लामाबाद: पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की उनकी पत्नी और मां के साथ इस्लामाबाद में सोमवार को मुलाकात हुई। यह मुलाकात करीब 40 मिनट तक चली और इस दौरान जाधव का परिवार करीब 75 मिनट तक पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में रहा। हालांकि इस मुलाकात के तरीके पर सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि मानवीय आधार पर हुई इस मुलाकात में जाधव को अपनी मां और पत्नी से सीधे तौर पर नहीं मिलने दिया गया। इस मुलाकात के दौरान जाधव और उनके परिवार के बीच में शीशे की एक दीवार थी और वे इंटरकॉम के जरिए बातचीत कर रहे थे। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर जाधव और उनके परिवार के बीच हुई इस मुलाकात में मानवीय संवेदनाओं का ख्याल क्यों नहीं रखा गया। इस मुलाकात की विडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई।
इससे पहले जाधव की मां और पत्नी ने यहां पहुंचने के बाद मीडिया का अभिवादन किया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। जाधव का परिवार आज ही दुबई के रास्ते इस्लामाबाद पहुंचा। फिलहाल वह भारतीय उच्चायोग से विदेश मंत्रालय पहुंचे हैं। जाधव अपने परिवार के पहुंचने से पहले ही विदेश मंत्रालय में मौजूद थे। इस संबंध में कोई सूचना नहीं है कि जाधव पहले से वहां मौजूद थे, या उन्हें यहां लाया गया है।
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- कुलभूषण जाधव ने वीडियो में कहा, मुलाकात के लिए पाकिस्तान सरकार का शुक्रगुजार हूं।
- कुलभूषण जाधव का परिवार मुलाकात से संतुष्ट था: पाकिस्तान विदेश मंत्रालय
- हमने जाधव की अपील पर मुलाकात का समय 10 मिनट बढ़ाया: पाकिस्तान विदेश मंत्रालय
- पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा, मानवीय आधार पर कुलभूषण जाधव की परिवार से मुलाकात कराई।
- वीडियो में कुलभूषण जाधव परिजनों से मुलाकात कराने के लिए पाकिस्तानी सरकार को शुक्रिया कहते दिखाई दे रहे हैं।
- पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव का जो वीडियो जारी किया वह परिवार से मुलाकात से पहले का है।
- मां और पत्नी से मुलाकात के बाद पाकिस्तान ने जारी किया कुलभूषण जाधव का वीडियो।
- कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी ओमान एयर की फ्लाइट से 6:15 पर वाया मस्कट वापस भारत पहुंचेंगी।
- कुलभूषण जाधव और उनके परिवार के बीच हुई मुलाकात की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई।
- 75 मिनट तक पाकिस्तान विदेश मंत्रालय में रहीं जाधव की मां और पत्नी।
- मां और पत्नी के साथ कुलभूषण जाधव की मुलाकात खत्म। लगभग 40 मिनट तक चली मुलाकात।
- शीशे की दीवार के एक तरफ हैं कुलभूषण और दूसरी तरफ उनकी मां और पत्नी।
- इंटरकॉम के जरिए हो रही है मां और पत्नी से कुलभूषण जाधव की बातचीत।
- परिवार को पाकिस्तान ने 3 दिनों का वीजा दिया था लेकिन परिवार सिर्फ 1 दिन के लिए ही पाकिस्तान की जमीन पर होगा।
- तीसरी शर्त यह कि भारतीय उच्चायोग का एक अधिकारी हमेशा परिवार के साथ रहेगा।
- दूसरी शर्त जब तक वे पाकिस्तान की जमीन पर रहेंगे उनकी पूरी सुरक्षा की गारंटी पाकिस्तान की होगी।
- भारत पहले ही पाकिस्तान से सोवेरन गारंटी हासिल कर चुका था जिसके तहत भारत ने मुख्य तौर पर यह शर्त रखी थी की जब कुलभूषण का परिवार पाकिस्तान में होगा तो ना तो मां और ना ही पत्नी से किसी तरह की पूछताछ की कोशिश की जाएगी।
- आमने सामने बैठे है कुलभूषण जाधव और पत्नी और मां।
- थोड़ी देर में पत्नी और मां से मिलेंगे कुलभूषण जाधव।
- कुलभूषण से मिलने पहुंचा परिवार।
- भारतीय उच्चायोग पहुंचा कुलभूषण का परिवार।
- इस्लामाबाद पहुंची जाधव की पत्नी और मां।
- एयरपोर्ट से रवाना हुआ कुलभूषण का परिवार।
- विदेश मंत्रालय के दफ्तर में होगी कुलभूषण से मुलाकात।
- एयरपोर्ट से विदेश मंत्रालय तक ट्रैफिक बंद किया गया।
- मुलाकात के वक्त भारती उप उच्चायुक्त भी मौजूद रहेंगे।
- थोड़ी देर में मां और पत्नी से मिलेंगे कुलभूषण जाधव।
- 30 मिनट तक मिल सकेंगे मां और पत्नी से।
पाकिस्तान ने 20 दिसंबर को जाधव की पत्नी और उनकी मां के लिये वीजा जारी किया था। पाकिस्तान ने इस बात पर भी सहमति जताई थी कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग का एक राजनयिक उनके साथ होगा। जाधव ने क्षमादान की मांग करते हुए पाकिस्तान सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को एक अर्जी दी थी, जो अब भी लंबित है। अक्तूबर में पाकिस्तान सेना ने कहा था कि वह जाधव की क्षमादान याचिका पर फैसले के बेहद करीब है।
पाकिस्तान का दावा है कि ईरान से पाकिस्तान में कथित तौर पर घुसे जाधव को उसके सुरक्षा बलों ने पिछले साल तीन मार्च को अशांत बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया था। बहरहाल भारत इस बात पर कायम है कि नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद ईरान में कारोबार कर रहे जाधव को ईरान से अगवा किया गया था।
जाधव की सजा पर भारत में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी। भारत के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में संपर्क करने के बाद 18 मई को 10 सदस्यीय खंडपीठ ने मामले में कोई निर्णय होने तक पाकिस्तान को जाधव को फांसी देने से रोक दिया था। आईसीजे ने पाकिस्तान को 13 दिसंबर तक अदालत के समक्ष अपना जवाब या निवेदन पत्र दाखिल करने के लिये कहा है ताकि वह मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर सके।