पाकिस्तान संसद के ऊपरी सदन में पहली बार कोई हिन्दू दलित महिला चुनी गई है। 38 साल की कृष्णा कुमारी को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की तरफ से ऊपरी सदन में चुना गया है। कृष्णा कुमारी मानवाधिकारों के लिए काम करती है। अब वे पाकिस्तान की संसद के ऊपरी सदन में अपनी बात रखती नजर आएंगी। दूसरी ओर पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन को अनंतिम परिणामों के अनुसार सीनेट में 15 सीटों पर जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही शरीफ की पार्टी संसद के उच्च सदन में सबसे बडी़ पार्टी बनकर उभरी है।
पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) के मुताबिक प्रांतीय एवं संघीय जन प्रतिनिधियों ने 52 सीनेटरों के चुनाव के लिए मतदान किया। इस चुनाव में 130 से ज्यादा उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। चुनाव में विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवार सहित स्वतंत्र उम्मीदवार भी हिस्सा ले रहे थे। पीएमएल-एन को 15 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जिनमें से 11 पंजाब से हैं जबकि दो-दो सीटें खैबर पख्तुनख्वा और संघीय राजधानी की हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को 12 सीटें मिली हैं, जबकि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को छह सीटों पर जीत हासिल हुई। स्वतंत्र उम्मीदवारों को 10 सीट पर जीत हासिल हुई। चुनाव हारने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में मौलाना सैमूल हक भी हैं। हक को तालिबान का गॉडफादर माना जाता है। खैबर-पख्तुन्ख्वा विधानसभा से हक को सिर्फ चार वोट मिले। पीएमएल-एन के पास पहले से ही सीनेट में 18 सीटें थी और वह अब 33 सीटों के साथ सीनेट में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।