स्योल: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन की बहन किम यो-जोंग ‘प्योंगयांग शीतकालीन ओलंपिक’ खेलों के सिलसिले में इस हफ्ते दक्षिण कोरिया की यात्रा पर जाएंगी। यो-जोंग उत्तर कोरिया के सत्ताधारी परिवार की पहली सदस्य हैं, जो दक्षिण कोरिया की यात्रा पर जा रही हैं। एकीकरण मंत्रालय (यूनिफिकेशन मिनिस्ट्री) ने एक बयान में बताया कि सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी की वरिष्ठ सदस्य यो-जोंग शुक्रवार को जा रहे उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगी। प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई उत्तर कोरिया के रस्मी राष्ट्राध्यक्ष (सेरेमोनियल हेड ऑफ स्टेट) करेंगे।
साल 1953 में कोरियाई युद्ध के समापन के बाद उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया एक असैन्यीकृत क्षेत्र से विभाजित हैं। परमाणु हथियार हासिल करने की उत्तर कोरिया की जिद के कारण उस पर कई बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) प्रतिबंध लगा चुका है। उत्तर कोरिया की ओर से पिछले साल अमेरिका तक पहुंच रखने वाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों सहित कई हथियारों के परीक्षण के कारण तनाव कायम हो गया था। इसे उत्तर कोरिया की ओर से किया गया अब तक का सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण माना गया। लेकिन ओलंपिक खेलों ने दोनों देशों के बीच मेल-मिलाप के संकेत दिए हैं।
सोल स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कोरियन स्टडीज की प्रोफेसर यांग मू-जिन ने कहा, ‘यह काफी अहम है कि किम परिवार की एक सदस्य इतिहास में पहली बार दक्षिण कोरिया आ रही हैं।’ उन्होंने कहा कि यो-जोंग दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन से मुलाकात कर सकती हैं और अपने भाई की तरफ से उन्हें एक निजी पत्र सौंप सकती हैं जिसमें ओलंपिक खेलों के सफल संचालन की शुभकामनाएं दी गई हों और दोनों देशों के संबंधों में सुधार की इच्छा जाहिर की गई हो।