बगदाद: इराक में हशद अल-शाबी सैन्य नेटवर्क के एक कट्टर ईरान समर्थक धड़े काताएब हिजबुल्ला ने इराकी सुरक्षा बलों को सावधना किया है कि वे सैन्य ठिकानों में अमेरिकी बलों से दूर रहें। इस समूह ने कहा, ‘हम देश में सुरक्षा बलों से कहते हैं कि वे रविवार को शाम 5 बजे से अमेरिकी ठिकानों से कम से कम 1000 मीटर दूरी पर रहें।’ हिजबुल्ला के इस बयान को देने से पहले शनिवार को अमेरिकी दूतावास के निकट और अमेरिकी बलों की तैनाती वाले एक ठिकाने पर मोर्टार के गोले और रॉकेट दागे गए थे।
अमेरिका के हमले में मारे गए थे जनरल सुलेमानी
आपको बता दें कि अमेरिका द्वारा शुक्रवार को इराक में किए गए ड्रोन हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है। सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि संभावित जवाबी कार्रवाई का पहला संकेत देते हुए बगदाद में अमेरिकी दूतावास के निकट के एक इलाके में मोर्टार के 2 गोले दागे गए। उन्होंने बताया कि इसी दौरान अमेरिकी बलों की तैनाती वाले अल-बलाद एयरफोर्स बेस पर 2 रॉकेट गिराए गए। इराकी सेना ने अल बलाद और बगदाद में मिसाइल हमलों की पुष्टि की है और कहा है कि इनमें कोई हताहत नहीं हुआ।
पोम्पियो ने काताएब हिजबुल्ला पर साधा निशाना
अमेरिका ने भी कहा है कि गठबंधन का कोई जवान हताहत नहीं हुआ। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इराकी बलों को दी गई इस हिदायत के बाद ईरान समर्थक धड़े पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि काताएब हिजबुल्ला के ‘ठग इराकी बलों से और अन्य उन स्थानों की रक्षा करने के अपने कर्तव्य से दूर रहने को कह रहे हैं जहां अमेरिकी अच्छे इराकी लोगों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। ईरानी शासन का इराक की सरकार को यह बताना कि क्या करना चाहिए, यह बात इराकी देशभक्तों के जीवन को खतरे में डालती है।’
सुलह के लिए भी हो रही हैं कोशिशें
इस बीच यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने ‘तनाव कम किए जाने की आवश्यकता’ पर बल दिया। उन्होंने ब्रसेल्स में ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ से मुलाकात के बाद ट्वीट किया, ‘ईरानी विदेश मंत्री से हालिया घटनाक्रम के बारे में बात की। तनाव कम करने, संयम बरतने और तनाव को और बढ़ाने से बचने की आवश्यकता पर बल दिया।’ इस बीच, वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क समेत अमेरिका में कई स्थानों पर इराक में ईरानी कमांडर पर अमेरिकी हमले के खिलाफ शनिवार को प्रदर्शनकारी एकत्र हुए और उन्होंने ‘ईरान पर कोई युद्ध नहीं’ के नारे लगाए। हालांकि कई जगह अमेरिकी ट्रंप की कार्रवाई पर खुशी जाहिर करते भी नजर आए।