बीजिंग: हाल ही में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का एक बयान इंटरनेट पर वायरल हुआ। उन्होंने कहा कि पहले हुए कई युद्धों का उद्देश्य तेल संसाधनों पर कब्जा करना था। भावी युद्ध जल संसाधनों के लिए होगा। कुछ लोगों ने कहा कि हैरिस ने लापरवाही से ये बात कही, लेकिन तमाम नेटिजनों ने बताया कि उन्होंने वास्तव में अमेरिका द्वारा युद्ध छेड़ने का असली कारण बताया है।
याद दिलाने के योग्य है कि इराक, सीरिया और लीबिया के खिलाफ युद्ध छेड़ते वक्त अमेरिकी राजनीतिज्ञों ने कहा था कि ये सब लोकतंत्र और मानवाधिकार की रक्षा के लिए है।
दरअसल, अमेरिका जिस मानवाधिकार की चर्चा करता है, वह अमेरिकियों का मानवाधिकार है और श्वेत अमेरिकियों का मानवाधिकार है। अमेरिकी लोकतंत्र का मतलब है कि सिर्फ अमेरिकी नागरिक उसके मालिक हैं। तथाकथित मानवाधिकार का रक्षक बहुत घमंडी है।
(साभार : चाइना मीडियाग्रुप, पेइचिंग)