काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक होटल पर तालिबान ने हमला बोलकर 22 लोगों को मार डाला। चश्मदीदों ने बताया कि तालिबानी आतंकवादियों के सिर पर खून सवार था और वे विदेशियों को हर कमरे में खोज रहे थे। उन्होंने बताया कि विद्रोही एके 47 राइफलों और आत्मघाती जैकेटों से लैस थे। उन्होंने शनिवार की रात देश की राजधानी में स्थित इंटरकान्टिनल होटल पर हमला किया जो करीब 12 घंटे से अधिक समय तक चला। इसके बाद सवाल किए जाने लगे कि आतंकियों ने सुरक्षा व्यवस्था में सेंध कैसे लगााई।
जब आतंकवादी गोलीबारी कर रहे थे और 6 मंजिला इमारत को आग लगा रहे थे तो होटल के मेहमान खंभो के पीछे और कमरों में छुप गए थे। कुछ लोग बचने के लिए चादरों का इस्तेमाल कर बालकनियों पर चढ़ गए थे। 20 वर्षीय होटल कर्मी हसीबुल्लाह ने बताया कि वे कह रहे थे विदेशियों को मारो। वह अस्पताल में भर्ती है। उसने बताया कि वह पांचवीं मंजिल के एक कमरे में छुपा हुआ था और सुन रहा था कि आतंकवादी हर कमरे में जा रहे थे और जबरन कमरों के दरवाजे खोलकर अंदर मौजूद लोगों को मार रहे थे। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने आतंकवादियों को मेहमानों का सिर कलम करते हुए देखा।
हमला रविवार को खत्म हुआ और अफगान बलों ने सभी 6 आतंकवादियों को मार गिराया। नार्वे के सैनिकों ने इस अभियान में अफगान फौजियों की मदद की। अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहीद मजरोह ने बताया कि 22 शवों को काबुल के अस्पतालों में लाया गया है। तजाकिस्तान और अफगानिस्तान में यूक्रेन के राजदूत विक्टर निक्कितियुक ने बताया कि हमले में यूक्रेन के कम से कम 7 नागरिक मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में यूक्रेन के कई एविएशन टेक्निशन काम करते हैं। इंटरकॉन्टिनेंटल होटल में ठहरे एयरलाइन कैम एयर कंपनी के सभी कर्मचारी इस हमले में मारे गए।