काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में गुरुवार को हुए आत्मघाती हमलों में कम से कम 40 लोगों के मारे जाने की खबर है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार शाम को काबुल एयरपोर्ट सीरियल धमाकों में 40 लोगों की मौत हुई है जबकि 120 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने भी पुष्टि की थी कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर विस्फोट हुआ है। इस हमले में कम से कम 3 अमेरिकी सैनिकों और अमेरिकी नागरिकों के घायल होने की भी खबर है। बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से हजारों अफगान देश से निकलने की कोशिश कर रहे हैं और पिछले कई दिनों से एयरपोर्ट पर जमा हैं।
काबुल एयरपोरर्ट पर गुरुवार शाम एक के बाद एक लगातार दो धमाके हुए हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट पर विस्फोट हुआ है। धमाके के बाद काबुल एयरपोर्ट पर अफरातरफी का माहौल है। काबुल से आईं तस्वीरों में लोगों को लहूलुहान और जान बचाकर भागते हुए देखा जा सकता है। एयरपोर्ट के बाहर पहला धमाका बरून होटल के पास हुआ है। इस होटल में ब्रिटेन के सैनिक ठहरे हुए हैं। इस बीच, फ्रांस ने वहां और और धमाकों को लेकर अलर्ट दिया है।
बताया जा रहा है कि कुल 2 हमलावर थे। एक ने खुद को बम से उड़ा लिया दूसरे ने फायरिंग की। इस ब्लास्ट में तीन अमेरिकी सैनिकों के जख्मी होने की खबर है। काबुल एयरपोर्ट पर हुए धमाके के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन सिचुएशन रूम में पहुंचे हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने कोबरा मीटिंग शुरू की। काबुल एयरपोर्ट पर सीरियल बम ब्लास्ट के बाद काबुल एयरपोर्ट के सारे दरवाजे बंद कर दिए गए हैं।
काबुल धमाके में कई लोग मृत और घायल नजर आ रहे थे- प्रत्यक्षदर्शी
एक अफगानिस्तानी व्यक्ति ने कहा कि काबुल हवाईअड्डे के एक द्वार के बाहर इंतजार कर रही भीड़ के बीच हुए धमाके के बाद उसे कुछ लोग मृत या घायल नजर आए। अब तक हताहतों के बारे में कोई आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है। घटना स्थल के पास मौजूद आदम खान ने कहा कि धमाके के बाद कुछ लोग मृत और घायल नजर आ रहे थे तथा कुछ लोगों के अंगभंग हो गए थे। उसने बताया कि वह बृहस्पतिवार को हुए धमाके से करीब 30 मीटर दूर था और हवाईअड्डे के बाहर इंतजार कर रहा था। पश्चिमी देशों ने इससे पहले आज दिन में हवाईअड्डे के पास विस्फोट की आशंका जाहिर करते हुए चेतावनी जारी की थी। हमले को लेकर इस्लामिक स्टेट समूह पर शक जताया जा रहा है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने विस्फोट की पुष्टि की है लेकिन हताहतों के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं दी है।
पहले ही जताई गई थी हमले की आशंका
इससे पहले काबुल एयरपोर्ट को लेकर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने जो आशंका जताई थी वह सच साबित हुई है। इस घटना के बारे में राष्ट्रपति जो बाइडन को भी पेंटागन ने ब्रीफिंग दी है। इस बीच समाचार एजेंसी एपी ने बताया है कि घटना के वक्त एयरपोर्ट के बाहर हजारों की संख्या में अफगान नागरिक मौजूद थे। ऐसे में हताहतों की संख्या काफी बढ़ सकती है।
बता दें कि, ब्रिटिश सरकार ने गुरुवार को चेतावनी दी थी कि इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के आतंकवादियों द्वारा अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे पर जमा लोगों को निशाना बनाकर हमला किए जाने की बहुत विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी इस हफ्ते के शुरू में अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो बलों के 31 अगस्त तक अफगानिस्तान छोड़ने की समयसीमा को बढ़ाने से इनकार करने वाले फैसले की जब घोषणा की थी तब उन्होंने भी अफगानिस्तान में आईएसआईएस से संबद्ध आईएसाईएस-के द्वारा हमला किए जाने की आशंका जताई थी।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोग मुल्क छोड़ने की कोशिश में हैं और काबुल हवाई अड्डे के जरिए वे देश से निकलना चाह रहे हैं। विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने बुधवार को कहा कि क्षेत्र में हालात विस्फोटक हैं। उसने ब्रिटिश नागरिकों एवं अन्य को सलाह दी कि वे एक सुरक्षित स्थान तलाशें और अगले परामर्श तक इंतजार करें। यह घटनाक्रम आईएसआईएस अफगानिस्तान से जुड़ा है जो आत्मघाती और कार के जरिए हमले करने के लिए जाना जाता है।