इस्लामाबाद: ताकतवर पाकिस्तानी सेना के मुखर आलोचक पाकिस्तान के एक जानेमाने पत्रकार ने कहा, ‘मुझे चुप नहीं करवाया जा सकता।’ पत्रकार के अपहरण की कोशिश हुई थी, उन्हें अगवा करने की कोशिश करने वाले हथियारबंद लोगों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी। डॉन न्यूज के मुताबिक, एक भारतीय टीवी चैनल के पाकिस्तानी ब्यूरो चीफ ताहा सिद्दिकी ने बताया कि वह रावलपिंडी एयरपोर्ट जा रहे थे जब 10 से 12 लोगों ने उन पर हमला किया। वह अगवा होने से बाल-बाल बचे। इस संघर्ष में उन्हें मामूली चोटें आई हैं।
उन्होंने बुधवार देर रात बताया, ‘यह चमत्कार ही है कि मैं अब भी जिंदा हूं लेकिन मैं बहुत सदमे में हूं।’ सिद्दिकी ने बताया कि टैक्सी चालक इस पूरी घटना का प्रत्यक्षदर्शी है और घटना की पुष्टि के लिए पुलिस को उसे खोजना चाहिए। सिद्दिकी ने कहा कि हमलावरों को उनकी यात्रा की योजना के बारे में अच्छी तरह पता था। उनके मुताबिक ‘वे जानते थे कि मैं एयरपोर्ट पर जा रहा हूं।’ सिद्दिकी ने कहा कि उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता है इसलिए उन्होंने इस्लामाबाद पुलिस प्रमुख से उन्हें तथा उनके परिवार को सुरक्षा देने के कहा है।
सिद्दिकी ने ट्वीटर के जरिए पूरा घटनाक्रम बताया, ‘मैं सुबह करीब आठ बजकर 20 मिनट पर एयरपोर्ट की ओर जा रहा था जब 10 से 12 हथियारबंद लोगों ने मेरी कैब को रोका और मुझे अगवा करने की कोशिश की।’ पत्रकार फ्रांस के सर्वोच्च पत्रकारिता पुरस्कार ’दी अल्बर्ट लॉन्डरेस प्राइज’ के विजेता हैं। उन्होंने लिखा कि वह सुरक्षित हैं और अब पुलिस के साथ हैं। उन्होंने बाद में ट्वीट किया, ‘अंतत: सोशल मीडिया से फिर से जुड़ पाया और नया फोन भी मिल गया। आप सबके समर्थन के लिए शुक्रिया। मुझे चुप नहीं कराया जा सकता।’
गृह मंत्री अहसान इकबाल ने इस्लामाबाद पुलिस से घटना और जांच के संबंध में जानकारी मांगी है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक मुस्तफा तनवीर ने पुष्टि की है कि घटना के ठीक बाद सिद्दकी ने पुलिस से संपर्क किया था। उन्होंने कहा कि जांच शुरू की जा चुकी है और पुलिस सुरक्षा कैमरे के फुटेज पाने की कोशिश कर रही है। पाकिस्तान में मौत की सजा पाए कुलभूषण जाधव की पत्नी और मां के साथ बर्ताव को लेकर सिद्दकी ने पाकिस्तानी मीडिया की आलोचना की थी।