तोक्यो: जापान में मंगलवार को 25 साल का सबसे शक्तिशाली तूफान 'जेबी' आया। देश में तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण अभी तक 7 लोग मारे गये हैं जबकि 200 घायल हुए हैं। तेज हवाओं ने मकानों की छतों को उड़ा दिया, पुलों पर खड़े ट्रक पलट गये और ओसाका खाड़ी में खड़े टैंकर जहाज को भी वह अपने साथ उड़ा ले गयीं। टैंकर के एक पुल से टकराने और पुल को पहुंची क्षति के कारण कंसाई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मुख्य द्वीप से कट गया। इस कारण करीब 3,000 लोग फंस गये हैं।
हवाई अड्डे का कहना है कि वह पुल को पहुंची क्षति का आंकलन कर रहे हैं, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यात्री कब अपने गंतव्य पर रवाना हो सकते हैं। तेज हवाओं और ऊंची लहरों के कारण हवाई अड्डे पर पानी भर गया और कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। पश्चिमी जापान में दोपहर में 216 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चक्रवाती तूफान जेबी आया। यह इलाका इस साल गर्मी में हुई भयावह बारिश से अभी उबर ही रहा है।
हवा की रफ्तार की वजह से गाडियां, बड़े-बडे ट्रक तिनके की तरह उड़ गए। घर के घर तूफान की चपेट में आकर बर्बाद हो गए। घरों की छतें उड़ गई...सड़क पर चलते चलते गाडियां, टेंपो सब पलट गए।
प्रधानमंत्री शिन्जो आबे ने लोगों से जल्द से जल्द जगह खाली करने की अपील की और अपनी सरकार से निवासियों को बचाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया। मौसम एजेंसी के प्रमुख अनुमानकर्ता रयुता कुरोरा ने बताया कि जेबी अपने केन्द्र से 162 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकता है। यह 1993 के बाद से आया सबसे भीषण तूफान है।