तोक्यो: उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने घोषणा की है कि देश अब और परमाणु और मिसाइल परीक्षण नहीं करेगा। किम ने कहा है कि उत्तर कोरिया में 21 अप्रैल से परमाणु परीक्षण और अंतर्महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण नहीं होंगे। यही नहीं, किम ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण पर प्रतिबंध में पारदर्शिता का प्रमाण देते हुए देश के उत्तरी भाग में स्थित एक परमाणु परीक्षण केंद्र को भी बंद कर देगा। हालांकि उत्तर कोरिया के इस वादे के बावजूद जापान संतुष्ट नहीं है और कहा है कि उत्तर कोरिया पर उसकी दबाव की नीति जारी रहेगी।
वहीं, दक्षिण कोरिया अपने पड़ोसी देश के इस फैसले से काफी संतुष्ट नजर आया है और कहा है कि उत्तर कोरिया का यह कदम ‘परमाणु निरस्त्रीकरण’ की दिशा में एक ‘सार्थक प्रगति’ है। हालांकि जापान के रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोडेरा ने वॉशिंगटन में कहा, ‘हम संतुष्ट नहीं है।’ अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने ‘छोटी एवं मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को छोड़ने’ का जिक्र नहीं किया है। ओनोडेरा ने कहा,‘सामूहिक विनाश करने वाले परमाणु हथियारों एवं मिसाइलों के हथियारों के खात्मे तक’ वह प्योंगयांग पर दबाव बनाने की नीति जारी रखेंगे।
वहीं दक्षिण कोरिया ने इसे ‘परमाणु निरस्त्रीकरण’ की दिशा में एक ‘सार्थक प्रगति’ बताते हुए उत्तर कोरिया की सराहना की। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा,‘उत्तर कोरिया का निर्णय परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में एक सार्थक प्रगति है, जैसा विश्व चाहता है।’ उत्तर कोरिया की इस घोषणा के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा,‘यह उत्तर कोरिया और पूरे विश्व के लिए एक अच्छी खबर है और एक बड़ी प्रगति है।’ साथ ही उन्होंने कहा कि वह किम के साथ होने वाले शिखर सम्मेलन को लेकर उत्साहित हैं।