तोक्यो: जापान के रक्षा प्रमुख ने सोमवार को आगाह किया कि चीन तथा रूस की बढ़ती सैन्य गतिविधि और उत्तर कोरिया की ओर से मिल रही चुनौतियों के कारण देश सुरक्षा खतरे का सामना कर रहा है। रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोदेरा ने कहा कि चीन ने पिछले साल एकतरफा तरीके से अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ाई हैं जिसमें जापान के आसापास नए विमान संचालन अभियान चलाना तथा विवादित पूर्वी तटीय द्वीप समूह के समीप परमाणु पनडुब्बी संचालन शामिल हैं।
ओनोदेरा ने जापान की सेल्फ डिफेंस फोर्सेज के शीर्ष अधिकारियों की वार्षिक सभा में कहा कि चीन तेजी से अपनी सैन्य ताकत में सुधार कर रहा है और अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि वह हमारे देश के आसपास समुद्र तथा हवाईक्षेत्र में एकतरफा तरीके से तेजी से अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा रहा है। यह हमारे देश की रक्षा के लिए चिंता की बात है। ओनोदेरा ने यह टिप्पणी तब की है जब जापान, चीन के साथ अपने तनावपूर्ण कूटनीतिक संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहा है।
प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अगले महीने जापान के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार देश की यात्रा करने की संभावना है। सत्ता में आने के बाद आबे ने पूर्वी चीन सागर के विवादित द्वीपों पर जापान के दावों को लेकर दृढ़ रुख अपनाया है। हालांकि उन्होंने अपने रुख में नरमी लाते हुए चीन से उत्तर कोरिया पर उसके परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को वापस लेने का दबाव डालने के लिए कहा है। जापान के रक्षा प्रमुख ने कहा कि रूस शीतयुद्ध के बाद से सबसे बड़ा अभ्यास करने की योजना बना रहा है और वह विवादित दक्षिणी कुरिल द्वीपों पर शक्तिशाली हथियार ला रहा है। ओनोदेरा ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया की ओर से लगातार जापान पर ‘‘गंभीर और आसन्न खतरा’’ मंडरा रहा है।