तोक्यो: जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने आज कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल के जापान के ऊपर से जाने के बाद, वह और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्योंगयांग पर दबाव बढ़ाने के लिये सहमत हो गये हैं। जापान ने इसे प्योंगयांग की हाल के वर्षों में सबसे ज्यादा उकसावे वाली कार्रवाई बताया है। आबे ने ट्रंप से करीब 40 मिनट तक फोन पर बात करने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, हमें संयुक्त राष्ट्र में एक आपात बैठक तत्काल बुलाना चाहिए और उत्तर कोरिया के खिलाफ दबाव को और बढ़ाना चाहिए। (तस्करी रोकने के लिए दुतेर्ते का आदेश, 'विरोध करने वालों को जान से मार दो')
उन्होंने प्रस्तावित उपायों के बारे में विस्तार से बताये बगैर कहा, दबाव बढ़ाने के बारे में जापान और अमेरिका पूरी तरह सहमत हैं। आबे ने कहा कि ट्रंप ने कहा है कि वाशिंगटन अपने सहयोगी के साथ खड़ा रहेगा। ट्रंप को आबे ने यह कहते हुए उद्धृत किया है राष्ट्रपति ट्रंप ने बहुत मजबूत प्रतिबद्धता जताई है कि अमेरिका, 100 फीसदी जापान के साथ है।
उन्होंने कहा हम जापान, अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सहयोग करेंगे। हम चीन, रूस तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी बात करेंगे और उत्तर कोरिया पर, उसकी नीति बदलने के लिए गहरा दबाव बनाएंगे।