बैंकॉक: विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने श्रीलंका, वियतनाम, मंगोलिया और तिमोर लेस्ते के विदेश मंत्रियों के साथ शुक्रवार को बैंकॉक में द्विपक्षीय बैठकें की। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर विभिन्न सम्मेलनों में शामिल होने के लिए इस समय थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में हैं। इन सम्मेलनों में आसियान-भारत मंत्री स्तरीय बैठक, 9वें पूर्वी एशिया सम्मेलन में विदेश मंत्रियों की बैठक, 26वें आसियान क्षेत्रीय फोरम की बैठक और 10वें मेकॉन्ग-गंगा सहयोग मंत्री स्तरीय बैठक शामिल है।
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘दूसरे दिन की बेहतर शुरुआत; मजबूत पारंपरिक दोस्ती की तस्दीक हुई। वियतनाम के विदेश मंत्री फाम बिन मिन्ह।’’ जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में श्रीलंका के प्रति भारत के मजबूत सहयोग को दोहराया। श्रीलंका में ईस्टर रविवार को देश के सबसे भीषण आतंकी हमले हुए। उन्होंने ट्वीट किया,‘‘अहम पड़ोसी, मूल्यवान मित्र श्रीलंका के विदेश मंत्री तिलक मारापना से मुलाकात हुई।’’ उन्होंने दोहराया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में श्रीलंका का मजबूती से समर्थन करता है। बता दें कि इस साल 21 अप्रैल को ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में हुए नौ बम धमाकों में 11 भारतीयों सहित 258 लोगों की मौत हो गई थी। वर्ष 2009 में खत्म हुए गृहयुद्ध के बाद श्रीलंका में हुआ यह सबसे बड़ा आतंकवादी हमला था।
विदेश मंत्री ने 9वें पूर्वी एशिया विदेश मंत्री स्तरीय सम्मेलन से इतर तिमोर लेस्ते के अपने समकक्ष से भी वार्ता की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ सौहार्दपूर्ण माहौल में तिमोर लेस्ते के विदेश मंत्री डियोनिसियो दा कोस्टा बाबो सोआरेस से बातचीत हुई। सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। जयशंकर ने अपने मंगोलियाई समकक्ष दामदिन त्सोग्तबातर से भी बातचीत की और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने बाद में ट्वीट कर बताया, ‘रणनीतिक साझेदार’ और ‘तीसरे पड़ोसी’ के साथ संबंधों को व्यापक और उन्नत बनाने के लिए त्सोग्तबातर के साथ काम कर रहा हूं।”
विदेशमंत्री ने बांग्लादेश के विदेशमंत्री डॉ.ए.के. अब्दुल मोमेन के साथ भी बैठक की और भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ की नीति’ को रेखांकित किया। जयशंकर ने बैंकॉक यात्रा के पहले दिन आसियान-भारत मंत्री स्तरीय बैठक को संबोधित किया था। उन्होंने चीन, जापान, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड सहित दस देशों के समकक्षों के साथ भी बैठक की थी।