इस्लामाबाद: भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मामले में पाकिस्तान 17 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में अपना दूसरा जवाबी हलफनामा दाखिल करेगा। जाधव को पिछले साल अप्रैल में पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने जासूसी और आतंकवाद के आरोपों में मौत की सजा सुनाई थी। मीडिया की आज की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। आईसीजे ने 23 जनवरी को भारत और पाकिस्तान दोनों को इस मामले में दूसरे दौर के हलफनामे दाखिल करने की समयसीमा दी थी। पाकिस्तान का यह हलफनामा भारत की ओर से 17 अप्रैल को दाखिल हलफनामे के जवाब में होगा।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मुख्य अटॉर्नी खावर कुरैशी ने प्रधानमंत्री नसीरूल मुल्क को पिछले सप्ताह इस मामले की जानकारी दी थी। कुरैशी ने शुरूआत में इस मामले में पाकिस्तान की ओर से पैरवी की थी। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल खालिद जावेद खान तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए थे और यह हलफनामा कुरैशी ने तैयार किया है। दूसरा हलफनामा पेश होने के बाद आईसीजे इस मामले में सुनवाई की तारीख तय करेगा, जिसके अगले साल होने की उम्मीद है।
अंतरराष्ट्रीय मुकदमे के विशेषज्ञ एक वरिष्ठ वकील ने समाचार पत्र को बताया कि इस साल इस मामले की सुनवाई होने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि अन्य मामलों की सुनवाई अगले साल मार्च/अप्रैल के लिए पहले ही निर्धारित है ऐसे में जाधव मामला अगले साल गर्मिेयों के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की सैन्य अदालत द्वा रा जाधव को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद भारत पिछले साल मई में आईसीजे में गया था , जिसके बाद आईसीजे ने 18 मई को पाकिस्तान पर मामले का निपटारा होने तक जाधव की सजा की तामील पर रोक लगा दी थी।