यरूशलम: यरूशलम ओल्ड सिटी के बाहर एक इस्राइली महिला पुलिस कर्मी की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई जिसके बाद सुरक्षा बलों ने 3 संदिग्ध फिलिस्तीनी हमलावरों को मार गिराया। इस हत्या की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली, हालांकि हमास ने IS के दावे को खारिज कर दिया। हमास ने कहा कि यरूशलम में एक इस्राइली महिला पुलिसकर्मी की हत्या करने के बाद 3 फिलिस्तीनियों की गोली मार दी गई जो स्थानीय इस्लामी और वामपंथी आंदोलन से संबंधित थे।
यह हमला तब हुआ जब मुसलमान रमजान के महीने के तीसरे जुमे को मना रहे थे, जिसमें पूर्वी यरूशलम और वेस्ट बैंक से मस्जिद अल अक्सा परिसर के पास नमाज में शामिल होने के लिए हजारों फिलिस्तीनी आए थे। मस्जिद अल अक्सा इस्लाम का तीसरा सबसे पाक स्थान है। पुलिस प्रवक्ता मिकी रोजेनफेल्ड ने एक बयान में कहा, ‘दमिश्क द्वार के पास महिला सीमा पुलिसकर्मी को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया। मौके पर मौजूद पुलिस इकाइयों ने 3 अरब आतंकियों को मार गिराया।’
महिला पुलिसकर्मी को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां बाद में उसकी मौत हो गई। उनकी पहचान हदास मालका (23) के तौर पर हुई है। वह स्टाफ सर्जेंट मेजर थीं। पुलिस के मुताबिक, ‘2 अपराधियों ने पुलिस अधिकारियों के एक समूह पर गोलियां चला दीं और पुलिस ने भी जवाबी गोलीबारी की जबकि तीसरे व्यक्ति ने कम दूरी से सीमा महिला पुलिसकर्मी पर चाकू से हमला कर दिया जिसके बाद उसे मार गिराया गया।’ यरूशलम पुलिस प्रमुख योराम हेलेवी ने कहा कि 3 हमलावरों की पहचान वेस्ट बैंक के फिलिस्तीनियों के रूप में हुई है।
इस्राइल ने रमजान में वेस्ट बैंक के फिलिस्तीनियों के प्रवेश पर लगी पाबंदियों में ढील दी थी जिसमें रविवार से गुरुवार के दौरान रोजाना परिवार यात्रा की इजाजत देना शामिल है। घटनास्थल पर हेलेवी ने मीडिया से कहा कि रमजान में बड़ी संख्या में (फिलिस्तीनी) युवक बिना इजाजत के आ गए हैं और यरूशलम में वह रमजान का फायदा उठा रहे है। पुलिस ने एक बयान में कहा कि हमले के बाद प्रधानमंत्री बेनजामिन नेतन्याहू ने पुलिस प्रमुख और जन सुरक्षा मंत्री के साथ फोन पर सलाह मशिवरा किया और परिवार की यात्रा को रद्द करने का फैसला किया।
नेतन्याहू ने हालांकि वेस्ट बैंक के 40 साल की उम्र से ज्यादा के फिलिस्तीनी पुरूषों को जुमे की नमाज के लिए यरूशलम में आने के लिए दी गई इजाजत को वापस नहीं लिया है। आतंरिक सुरक्षा एजेंसी ने हमलावरों की पहचान बरा सलाह और असमा अट्टा के तौर पर की जो 1998 में जन्मे थे, और एक अन्य आतंकी की पहचान आदेल अंकुश के तौर पर की है जो बाद के सालों में पैदा हुआ है।