यरूशलम: इजराइल ने उत्तरी गाजा में उग्रवादी सुरंगों के व्यापक जाल को नष्ट करने की कवायद में शुक्रवार तड़के अपने तोपखाने से भारी गोलाबारी की। इस बीच इजराइल के पत्रकारों ने कहा कि इजराइली सेना ने मीडिया का इस्तेमाल कर हमास को अपने जाल में बिछाया। माना जा रहा है कि इजराइली सेना के बुने जाल में फंसने के चलते हमास के दर्जनों लड़ाके मारे गए हैं। इजराइल की सेना पर आरोप है कि उसने हमास को जाल में फंसाने के लिए मीडिया का चतुराई से इस्तेमाल किया, और बाद में इसे गलतफहमी के चलते की गई रिपोर्टिंग करार दे दिया।
इजराइली सेना ने यूं खेला खेल
दरअसल, इजराइली सेना ने मीडिया के लिए बयान जारी किया कि ‘इजराइली आर्मी और एयरफोर्स गाजा पट्टी पर हमला करने जा रही हैं।’ इस संक्षिप्त बयान ने इन अटकलों को हवा दी कि इजराइल ने गाजा पर जमीनी हमला कर दिया है। कुछ रिपोर्टर्स ने तो ये तक कह दिया कि हमला शुरू हो गया है। इसके कुछ ही घंटों बाद सेना ने एक ‘स्पष्टीकरण’ जारी किया कि गाजा के भीतर कोई इजराइली सेना नहीं है, लेकिन तब तक कई बड़े मीडिया संस्थान यह जानकारी दे चुके थे कि जमीनी हमला शुरू हो गया है। इस बीच, हमास के लड़ाके मेट्रो के रूप में जानी जाने वाली सुरंगों के भूमिगत नेटवर्क में रक्षात्मक स्थलों पर चले गए।
सुरंगों पर 40 मिनट तक हुई बमबारी
सेना ने बताया कि इस बीच इजराइल ने 160 युद्धक विमान बुलाए और 40 मिनट तक सुरंगों पर बमबारी की। इजराइल के ‘चैनल 13 टीवी’ के पत्रकार ओर हेलर ने कहा कि उनका मानना है कि इस दौरान सैकड़ों चरमपंथी मारे गए। हालांकि सेना ने इसे गलतफहमी के चलते की गई रिपोर्टिंग करार दिया, लेकिन इजराइली पत्रकारों ने कहा कि हमास के आतंकवादियों को घातक जाल में फंसाने के लिए मीडिया का इस्तेमाल किया गया, जिसके कारण संभवत: दर्जनों लड़ाके मारे गए। हेलर ने कहा, ‘उन्होंने झूठ नहीं बोला। उन्होंने छल किया। उन्होंने चतुराई की और यह सफल रहा।’