गाजा सिटी: इजराइल ने हमास को निशाना बनाते हुए गाजा पर शनिवार को फिर हमला किया। इजराइली सेना ने कहा कि दो दिन पूर्व शुरू हुए संघर्ष विराम के बावजूद फलस्तीनी क्षेत्र से रॉकेट दागे गए थे। सेना ने कहा कि पूर्व के अभियानों से इतर हमले में इस्लामी जिहाद को निशाना नहीं बनाया गया बल्कि इस बार निशाने पर हमास था जिसका वास्तव में गाजा पर नियंत्रण है।
इजराइल और इस्लामी जिहाद के बीच बमबारी के बाद गुरुवार सुबह को संघर्षविराम लगाया गया था। इजराइली सेना ने कहा कि उसने गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाया है।” सेना ने कहा, “गाजा पट्टी से इजराइली क्षेत्र में दो रॉकेट दागे गए थे” और वायु सुरक्षा द्वारा इन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया गया। उसके बाद सेना ने हमले शुरू किए।’’
फलस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि इजराइली हमले में क्षेत्र के उत्तर में स्थित हमास के दो ठिकानों को निशाना बनाया गया था। सेना के एक बयान में कहा गया, ‘‘लक्षित ठिकानों में हमास के आतंकी संगठन का एक सैन्य शिविर और हमास के नौसैनिक बल द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला एक सैन्य परिसर था।’’ इजराइल ने मंगलवार को एक अभियान में इस्लामी जिहाद के एक सर्वोच्च कमांडर की हत्या की थी। यह संगठन गाजा पट्टी क्षेत्र में हमास के बाद दूसरे सबसे शक्तिशाली फलस्तीनी चरमपंथी समूह है। इस हमले के तत्काल बाद इस्लामी जिहाद द्वारा इजराइल में जवाबी रॉकेट हमले किये गए। इन हमलों की वजह से देश के दक्षिणी और मध्य क्षेत्र में लोगों को सुरक्षित ठिकानों में पनाह लेनी पड़ी।
इजराइली सेना ने कहा कि लड़ाई में उसके इलाके में करीब 450 रॉकेट दागे गए और वायु रक्षा ने उनमें से दर्जनों को आसमान में ही नष्ट कर दिया। इजराइली सेना ने कहा कि इसके जवाब में इजराइली वायुसेना ने भी हवाई हमले किये। दो दिनों तक चली हिंसा में 34 फलस्तीनी मारे गए थे जबकि इजराइल की तरफ किसी के मारे जाने की खबर नहीं है। इसके बाद गुरुवार सुबह दोनों पक्षों में संघर्षविराम पर सहमति बनी थी।