यरुशलम: उत्तरी इजराइल में यहूदियों के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान शुक्रवार सुबह भगदड़ मच गयी जिसमें कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई है तथा कई लोग घायल हो गए। इस आयोजन में हजारों लोग शामिल हुए थे। इजराइल की मीडिया ने घटनास्थल पर पड़े शवों की तस्वीरें छापी हैं। घटना माउंट मेरोन में लाग बाओमर के मुख्य आयोजन के दौरान हुई। इस दिन हजारों लोग खासकर अति रूढ़िवादी यहूदी रब्बी शिमोन बार योचाई के सम्मान में इकट्ठा होते हैं। रब्बी शिमोन बार योचाई दूसरी सदी के संत थे जिन्हें यहीं दफनाया गया था। माउंट मेरोन में आयोजन के दौरान भीड़ पारंपरिक रूप से अलाव जलाती है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे ‘‘बड़ी त्रासदी’’ बताते हुए हर किसी से पीड़ितों के लिए प्रार्थना करने की अपील की है। घटना मध्यरात्रि के बाद हुई और भगदड़ का कारण भी तत्काल स्पष्ट नहीं है। सोशल मीडिया पर जारी आयोजन के दौरान के वीडियो में यहूदी लोग बड़ी संख्या में एक ही जगह पर जमा दिख रहे हैं। द्वीर (24) नामक एक प्रत्यक्षदर्शी ने आर्मी रेडियो स्टेशन को बताया कि ‘‘लोगों की भीड़ एक ही दिशा में आने लगी। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत हुआ जैसे मैं मरने वाला हूं। राहत एवं बचाव सेवा मेगन डेविड एडम ने ट्वीट किया कि वे 103 लोगों का उपचार कर रहे हैं जिनमें 38 की हालत गंभीर है। इजराइल की मीडिया ने इससे पहले खबर दी थी कि एक बड़ा स्टैंड ढह गया।
हालांकि बचाव सेवा ने कहा कि सभी लोग भगदड़ में घायल हुए हैं। इजराइल की मीडिया ने किसी अज्ञात चिकित्सा अधिकारी के हवाले से बताया कि घटना में कम से कम 40 लोगों की मौत हुई है। हालांकि इजराइल में बचाव सेवा के अधिकारी ने घटना में 40 लोगों के मरने की पुष्टि की है। इजराइल की सेना ने बताया कि उसने इलाके में हुई ‘‘इतनी बड़ी घटना’’ में मदद के लिए हेलीकॉप्टर के साथ दवाइयां और खोज एवं बचाव टीम को भेजा है। हालांकि उसने घटना की प्रकृति को लेकर कोई जानकारी नहीं दी।
इनपुट-भाषा