तेल अवीव: लेबनान की तरफ से इजराइली क्षेत्र में बुधवार को तीन रॉकेट दागे गए जिसका जवाब इजराइली सेना ने तोप के गोलों से दिया। इजराइल की सेना ने यह जानकारी दी। हालांकि, इस कार्रवाई में जान-माल के नुकसान को लेकर अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। सेना की इस घोषणा से पहले उत्तरी इजराइल में लेबनान से संभावित रॉकेट हमले की चेतावनी के साथ बुधवार को खतरे का सायरन बजाया गया। सेना के मुताबिक दो रॉकेट इजराइली क्षेत्र में गिरे जिसके बाद तोपों से लेबनान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की गई।
चैनल 12 की खबर के अनुसार, एक रॉकेट खुले इलाके में आकर गिरा और एक अन्य को इजराइल की रक्षा प्रणाली यानी आयरन डोम ने नष्ट कर दिया। ये चेतावनियां लेबनान की सीमा से लगते किरयात श्मोना में जारी की गयी जहां करीब 20,000 लोगों की आबादी है। लेबनानी सेना के अधिकारी ने बताया कि सेना इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती क्योंकि अभी मामले की जांच लंबित है।
अन्य लेबनानी सुरक्षा अधिकारियों ने भी एसोसिएटेड प्रेस द्वारा प्रतिक्रिया मांगे जाने पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। हालांकि, दक्षिणी लेबनान की सीमा पर रहने वाले कई चश्मदीदों ने बताया कि दो रॉकेट सीमा पार कर इजराइली क्षेत्र में गिरे हैं जिसके बाद इजराइल की ओर से तोप के कई गोले दागे गए। उन्होंने बताया कि इजराइली तोप के गोले लेबनानी गांव मरजायुं और खियाम गांवों के बीच गिरे हैं।
चश्मदीदों ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि रॉकेट कहां से दागे गए। हालांकि गत कुछ महीनों में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। इजराइली प्राधिकारियों का मानना है कि लेबनान में स्थित फलस्तीनी समूहों ने गोलीबारी की है न कि आतंकवादी समूह हिजबुल्ला ने। हिजबुल्ला को इजराइल के लिए सबसे बड़ा खतरा माना जाता है। लेकिन इसकी संभावना कम है कि यह समूह हिजबुल्ला की अनुमति के बिना काम कर सके।
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