इस्लामाबाद: मक्का के मुख्य इमाम शेख सालेह बिन अब्दुल्लाह बिन हुमाद ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट (IS) और अल-कायदा का इस्लाम से कोई संबंध नहीं है क्योंकि यह शांति का धर्म है। निजी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता एक अभिशाप है जिसे कि पारस्परिक मतभेदों को हल कर और 'कलमा-ए-हक' का अनुसरण करके खत्म किया जा सकता है।
रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, इमाम ने कहा कि जेहाद का ऐलान केवल राष्ट्र कर सकता है, कोई संगठन या लोगों का कोई समूह नहीं। उन्होंने कहा कि कुरान के अनुसार, बिना किसी कारण के एक व्यक्ति की हत्या पूरी मानवता की हत्या है। इमाम ने यह भी कहा कि आपसी मतभेदों और असहिष्णुता के कारण मुस्लिम देश कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा हालिया सालों में सबसे कुख्यात आतंकी संगठन रहे हैं। इन दोनों ही देशों ने तमाम देशों में आतंकी हमलों में संलिप्तता कबूली है।