मोसुल: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का अपने सबसे बड़े गढ़ मोसुल से सफाया हो गया है। इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी ने खुद रविवार को मुक्त कराए गए मोसुल में जीत की घोषणा की। इस्लामिक स्टेट के लिए यह करारी हार है, जिसने 3 साल पहले इराक के इस बड़े शहर पर कब्जा कर लिया था। पिछले 8 महीनों तक चले संघर्ष के बाद इस जीत का ऐलान हुआ है।
इराकी प्रधानमंत्री के दफ्तर ने एक बयान में कहा कि आब्दी मुक्त कराए गए मोसुल में पहुंचे और जवानों तथा इराकी लोगों को इस अहम जीत की उपलब्धि पर बधाई दी। आब्दी के ऑफिशल ट्विटर अकांउट पर एक फोटो में वह काली सैन्य वर्दी पहने टोपी लगाए दिख रहे हैं जहां वह मोसुल में शहर पर फिर से कब्जे की घोषणा करने पहुंचे थे। इस्लामिक स्टेट और इराकी सेना के बीच हुए युद्ध में मोसुल का एक बड़ा हिस्सा बर्बाद हो गया। इसके अलावा हजारों आम नागरिक मारे गए और एक लाख से ज्यादा लोगों को अपने घरों को छोड़कर शहर से जाना पड़ा।
हालांकि ऐसा लग रहा है कि लड़ाई अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। प्रधानमंत्री के कार्यालय द्वारा बयान जारी करने के दौरान भी बंदूकों के चलने और शहर में हवाई हमलों की आवाज सुनाई दे रही थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोसुल से आतंकियों का पूरी तरह से सफाया होने में 2 दिन का वक्त लग सकता है। मोसुल में जीत का एलान इराकी सुरक्षा बलों के लिए मील का पत्थर है जो 2014 से ही इराक में IS के आतंक के सफाये की कोशिश में जुटे थे।