बगदाद: इराक में 12 मई को होने वाले संसदीय चुनाव के एक उम्मीदवार की मोसुल शहर के नजदीक हत्या कर दी गई। कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने उम्मीदवार को मौत के घाट उतारने का दावा किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना शनिवार रात अज्ञात हथियारबंद व्यक्ति के प्रचार समर्थक होने का बहाना कर अल-लज्जगा के फारूक जरजौर अल-जुबौरी के घर में दाखिल होने के बाद हुई। अधिकारी ने कहा कि हमलावर ने भागने से पहले उनकी हत्या कर दी। अल-जुबौरी सलाहुद्दीन प्रांत के तिकरित विश्वविद्यालय में एक शिक्षक थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, फारूक जरजौर अल-जुबौरी को देश के उप राष्ट्रपति अयद अलावी का वफादार माना जाता है। मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर दिए एक बयान में जेहादी संगठन ने कहा कि जुबूरी की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह ‘नास्तिक’ था। स्थानीय अधिकारी सलाह अल-जुबुरी ने कहा कि मोसुल से करीब 70 किलोमीटर दक्षिण में स्थित कयाराह कस्बे में स्थित उम्मीदवार के घर में घुसकर बंदूकधारियों ने उन्हें गोली मारी।
इराकी संसद की 329 सीटों के लिए 12 मई को होने वाले चुनाव में 7,000 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह के बीते दिसंबर में पराजय के बाद यह पहला आम चुनाव है। चुनावों से पहले इस्लामिक स्टेट ने चुनाव से जुड़े कर्मचारियों और मतदाताओं को निशाना बनाने की चेतावनी दी है। पिछले महीने इस्लामिक स्टेट के प्रवक्ता अबु हसन अल-मुहाजिर की तरफ से यह बयान जारी किया गया था।