तेहरान: दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका और इस्लामी मुल्कों की सबसे बड़ी ताकतों में से एक ईरान के बीच रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं। मौजूदा हालात को देखकर आशंका है कि दोनों देशों के बीच कभी भी युद्ध छिड़ सकता है। हालांकि ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने मंगलवार को एक बार फिर कहा है कि उनका देश किसी देश से युद्ध नहीं चाहता। रूहानी के इस बयान पर उन तमाम मुल्कों ने राहत महसूस की होगी जो इन दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति में प्रभावित हो सकते थे।
हालांकि रूहानी ने जोर देकर यह भी कहा कि अपने खिलाफ होने वाले किसी भी युद्ध में अंत में ईरान ही जीतेगा। तेहरान में इमाम खोमैनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए रूहानी ने कहा, ‘हम किसी देश के साथ युद्ध नहीं छेड़ेंगे, जो हमारे सामने हैं वे कम अनुभव वाले राजनीतिज्ञों का एक समूह है।’ प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, रूहानी का यह बयान अमेरिकी रक्षा सचिव पैट्रिक शैनाहन द्वारा मध्य पूर्व में 1,000 और सैनिकों को तैनात करने की घोषणा के अगले दिन आया है।
ओमान की खाड़ी में 13 जून को तेल के दो टैंकरों पर हमले के एक सप्ताह के अंदर ही शैनाहन ने यह घोषणा की। अमेरिका ने हमलों के लिए ईरान पर आरोप लगाया, हालांकि ईरान ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। शैनाहन के जवाब में रूहानी ने कहा कि तेहरान एक से अधिक बार कहा है कि वह अमेरिका के साथ सैन्य टकराव नहीं चाहता लेकिन क्षेत्र में अपने हितों की रक्षा के लिए तैयार है। ईरान के राष्ट्रपति ने कहा, ‘क्षेत्र में अमेरिका की सभी कोशिशों, दुनियाभर से हमारे समझौते तोड़ने की उसकी मंशा और दुनियाभर में ईरान को अलग करने की इच्छा के बावजूद वे असफल रहे हैं।’