तेहरान: ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने रविवार को एक ऐसा बयान दिया है जिसके बाद अमेरिका के साथ इस देश की तल्खी और बढ़ सकती है। ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश मिसाइलों के विकास समेत हथियारों का निर्माण जारी रखेगा। उधर, अमेरिका उसके बैलेस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को लेकर उस पर नए प्रतिबंध लगाने की तैयारी में जुटा है। दोनों देश एक-दूसरे पर वर्ष 2015 में दुनिया के शक्तिशाली देशों के साथ हुए परमाणु समझौते की भावना का उल्लंघन करने का आरोप लगाते रहते हैं।
हसन रुहानी ने टेलीविजन पर प्रसारित संसद में बयान में कहा, ‘अपने देश एवं क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए हम उन सभी हथियारों का निर्माण जारी रखेंगे जिनकी हमें जरूरत होगी।’ हाल के ईरानी मिसाइल लॉन्चों से अमेरिका प्रतिबंधों की दिशा में आगे बढ़ा है तथा उसने उस पर उसके और बड़ी शक्तियों के बीच 2015 में हुए परमाणु करार की भावना का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। रुहानी ने कहा, ’हमने कुछ मिसाइलें बनाई हैं और हम कुछ बना रहे हैं और आगे भी ऐसा करते रहेंगे क्योंकि यह किसी भी अंतरराष्ट्रीय विनियमों, यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 का भी उल्लंघन नहीं है।’
वर्ष 2015 में दुनिया के शक्तिशाली देशों के साथ हुए परमाणु समझौते में ईरान द्वारा परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाने के बदले में उस पर लगाए प्रतिबंधों को कम किया गया। इसमें यूरेनियम संवर्धन 20 फीसदी या उससे ज्यादा बढ़ाने पर प्रतिबंध लगाना भी शामिल है। यूरेनियम संवर्धन 20 फीसदी या उससे ज्यादा बढ़ाना ऐसी प्रक्रिया है जिसमें ईरान परमाणु हथियार के लिए आवश्यक स्तर के करीब पहुंच जाएगा।