तेहरान: ईरान वैश्विक शक्तियों के साथ किए गए अंतर्राष्ट्रीय परमाणु समझौते का पालन करता रहेगा और उसे इस बात से फर्क नहीं पड़ेगा कि अमेरिका इस समझौते से बाहर निकल जाएगा। ईरानी परमाणु ऊर्जा संगठन (AEOI) के प्रमुख, अली अकबर सालेही ने शुक्रवार को कहा, ‘अगर अमेरिका संयुक्त व्यापक कार्ययोजना (JCPOA) से बाहर निकल जाता है, लेकिन बाकी देश उसमें बने रहते हैं, जिसमें ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, चीन और रूस शामिल हैं, तो ईरान संभवत: समझौते के बचनबद्धताओं के साथ बंधा रहेगा।’
उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमारे सहयोगियों को इस समझौते को तोड़ने पर हमारी तुलना में अधिक खोना पड़ेगा।’ ईरान के खिलाफ अमेरिका के नए प्रतिबंध के बारे में सालेही ने कहा, ‘अमेरिका कारोबारी माहौल में जहर घोलने की कोशिश कर रहा है। वह बड़े बैंकों और कंपनियों को ईरान के साथ मिलकर काम करने से हतोत्साहित कर रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘यह डर का सौदा करना है, लेकिन वास्तव में वे बहुत कुछ हासिल नहीं कर सकते हैं।’
AEOI प्रमुख ने तर्क दिया कि अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए गए परमाणु संबंधी प्रतिबंध को हटाने से इनकार, उनकी तरफ से परमाणु समझौते की 'गंभीर अवहेलना' है। बुधवार को ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा था कि उनका देश परमाणु समझौते का कभी उल्लंघन नहीं करेगा।