तेहरान: ईरान ने अपने मिसाइल कार्यक्रमों के खिलाफ अमेरिकी कांग्रेस द्वारा पारित नए प्रतिबंधों की शनिवार को निंदा की और इन्हें जारी रखने का संकल्प लिया। इन प्रतिबंधों को कानून का रूप देने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इन पर हस्ताक्षर करने वाले हैं। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम घासमी ने सरकारी प्रसारक IRIB को बताया, ‘हमलोग अपने मिसाइल कार्यक्रम को पूरी ताकत से जारी रखेंगे।’
घासमी ने अमेरिका एवं दुनिया की अन्य ताकतों के साथ वर्ष 2015 में हुए उस समझौते का जिक्र किया जिसमें ईरान पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की बात कही गई थी। उन्होंने कहा, ‘हमलोग अमेरिका की कार्रवाई को शत्रुतापूर्ण, निंदनीय और अस्वीकार्य मानते हैं और अंतत: यह परमाणु समझाौते को कमजोर करने का एक प्रयास है। सेना एवं मिसाइल क्षेत्र हमारी घरेलू नीतियां हैं और किसी अन्य को इनमें दखल देने या टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। हमें इसका जवाब देने का अधिकार है और अमेरिकी कार्रवाइयों का माकूल जवाब देंगे।’
रूस और उत्तर कोरिया को निशाना बनाते प्रतिबंध विधेयक को अमेरिकी सीनेट ने गुरुवार को पारित किया था और इसके 2 दिन पहले ही प्रतिनिधि सभा से इसे मंजूरी मिली थी। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता साराह हकाबी सैंडर्स ने शुक्रवार को कहा था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प विधेयक पर हस्ताक्षर करेंगे जिसके बाद यह कानून में बदल जायेगा। अमेरिका ने शुक्रवार को ईरान के मिसाइल कार्यक्रम को निशाना बनाते हुए अलग से नए प्रतिबंध लगाए थे। एक दिन पहले ही ईरान के उपग्रह से प्रक्षेपित रॉकेट का परीक्षण किया था।