तेहरान: अमेरिका और इस्राइल से जारी तनातनी के बीच ईरान ने मौजूदा हफ्ते में एक नया लड़ाकू विमान उतारने की घोषणा कर दी है। इस लड़ाकू विमान के जरिए यह मुल्क अमेरिका और इस्राइल की तरफ से आने वाले खतरों का सामना करने के लिए खुद को तैयार करेगा। इसके अलावा ईरान मिसाइल के मोर्चे पर भी खुद को ताकतवर बनाने की कोशिश कर रहा है। यह जानकारी तस्नीम समाचार एजेंसी ने ईरानी रक्षामंत्री के हवाले से दी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीवी पर शनिवार को प्रसारित हुए एक इंटरव्यू में रक्षा मंत्री अमीर हातमी ने कहा ‘हमारी पहली प्राथमिकता हमारी मिसाइल क्षमता है और मिसाइल प्रतिरक्षा में दुश्मनों के प्रयासों को देखते हुए हमें इसे बढ़ाना होगा।’ उन्होंने बताया कि नया लड़ाकू विमान ‘नेशनल डिफेंस इंडस्ट्री डे’ के दिन उड़ान भरेगा। यह दिन बुधवार को मनाया जाएगा। हातमी ने कहा कि यह रक्षा कार्यक्रम मिसाइल हमलों की उन यादों से प्रेरित है जो 1980 में इराक के साथ चले 8 साल के युद्ध के दौरान ईरान को झेलने पड़े।
साथ ही यह इस्राइल एवं अमेरिका से बार-बार मिल रही धमकियों से निपटने के लिए है जो इस्लामी गणराज्य से निपटने के लिए ‘सभी विकल्प तैयार रहने’ की बात कहते हैं। हातमी का यह इशारा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ था। हातमी ने कहा, ‘हमने ईरान-इराक युद्ध में सीखा था कि हम किसी पर नहीं बल्कि खुद पर ही निर्भर हो सकते हैं। हमने देखा कि हम जहां-जहां असमर्थ हैं वहां कोई हम पर दया नहीं दिखाने वाला। हमारे संसाधन सीमित हैं और हम न्यूनतम लागत पर सुरक्षा स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’