तेहरान: ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने शनिवार को विश्व भर के मुसलमानों का आह्वान करते हुए कहा कि वे अमेरिका के विरूद्ध एक हों। उन्होंने सऊदी लोगों को भाई बताते हुए कहा है कि उन्हें तेहरान से डरने की आवश्यकता नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2015 में प्रमुख शक्तियों के मध्य हुए ऐतिहासिक परमाणु समझौते से मई में बाहर आने की घोषणा की थी। इसके बाद अमेरिका ने ईरान पर व्यापक प्रभावों वाले प्रतिबंध एकपक्षीय ढंग से लगा दिए थे।
रूहानी ने यहां आयोजित इस्लामिक एकता सम्मेलन में कहा कि आज अमेरिका चाहता है कि पश्चिम एशिया उसका गुलाम हो जाए। उन्होंने कहा कि अपराधियों के लिए लाल कालीन बिछाने के बजाय मुसलमान सरकारों को अमेरिका और क्षेत्र की कैंसर की गांठ इस्राइल के खिलाफ एक हो जाना चाहिए।
शिया बाहुल्य वाले ईरान के सुन्नी प्रतिस्पर्धी सऊदी अरब से उन्होंने कहा कि वह अपमानजनक अमेरिकी सहायता को लेना बंद करे। रूहानी ने कहा कि हम सऊदी लोगों के हितों की आतंकवाद और अत्यधिक शक्तिशालियों से अपनी पूरी क्षमता से सुरक्षा करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हम इसके लिए 450 अरब अमेरिकी डालर नहीं चाहते और आपका अपमान नहीं करेंगे। रियाद ने जनवरी 2016 में तेहरान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को तोड लिया था।