तेहरान: संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब ने ईरान पर शिया हूती विद्रोहियों को बैलिस्टिक मिसाइल उपलब्ध कराने का आरोप लगाया है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हैली ने भी आरोप लगाते हुए कहा था कि ईरान ने हूती विद्रोहियों को मिसाइल दी थी। अब ईरान ने इन आरोपों पर जवाब दिया है। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जारिफ ने शनिवार को यमन के हूती विद्रोहियों को मिसाइल आपूर्ति करने के अमेरिका के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें 'निराधार' करार दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जारिफ ने कहा कि इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति और युद्ध अपराधों से प्रेरित कृत्यों को छिपाने की कोशिश में अमेरिका ने इस्लामी गणराज्य ईरान के खिलाफ धातु के टुकड़ों का प्रदर्शन कर निराधार आरोप लगाए हैं। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हैली ने गुरुवार को बैलिस्टिक मिसाइल के कुछ हिस्सों को पेश किया और साथ ही दावा किया कि यह ईरान ने हौती विद्रोहियों को दिया था, जिसे पिछले महीने सऊदी अरब के रियाद हवाईअड्डे पर दागा गया।
आरोपों के जवाब में जारिफ ने कहा कि ऐसे दावे जिनका उद्देश्य मध्य पूर्व में विशेष रूप से यमन में किए गए अपराधों में अमेरिकी सहभागिता और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जेरुसलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने वाले बेहद खतरनाक कदम से ध्यान हटाना है। जारिफ ने कहा कि वॉशिंगटन ने ईरान के खिलाफ आरोप लगाए हैं, जबकि वह खुद सऊदी अरब को क्लस्टर बम प्रदान करता है, जिनसे यमन के नागरिकों को मारा जाता है और देश को आर्थिक रूप से कमजोर करने वाले सऊदी की नाकेबंदी का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि यह साफ है कि यमन के लोगों पर अमेरिकी बम गिराए जा रहे हैं और यह एक सच है, जो किसी से छिपा नहीं है।
इससे पहले संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को ट्वीट कर ईरान क्षेत्र में मिसाइल का अंधाधुंध निर्यात करने वाला देश है। संयुक्त अरब अमीरात के विदेशी मामलों के मंत्री अनवर गार्गश ने कहा कि ईरान के मिसाइल कार्यक्रम का झूठ की वजह से पर्दाफाश हो गया है। ज्यादातर अरबी भाषा में ट्वीट करने वाले गार्गश ने अंग्रेजी में ट्वीट करते हुए कहा, ‘सबूतों को लेकर ईरान का घबराया रुख उसके द्वारा सऊदी अरब पर मिसाइल हमले की संभावना के अपराध को दर्शाता है। ईरान का मिसाइल कार्यक्रम आक्रामक और निर्यात योग्य है।’ संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब ने ईरान पर शिया हौती विद्रोहियों को बैलिस्टिक मिसाइल उपलब्ध कराने का आरोप लगाया है।