तेहरान: ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिका को ‘झूठा’ बताते हुए कहा है कि उसका कोई भी तेल टैंकर जब्त नहीं हुआ है। रूहानी ने कहा कि न तो जहाज ईरानी था और ना ही झंडा ईरानी था और यह पूरी कहानी झूठी है। ईरान के राष्ट्रपति ने ईरानी कोविड-19 टास्क फोर्स की ब्रीफिंग के दौरान कहा कि ‘वॉशिंगटन का ईरान के पेट्रोलियम के 1.116 मिलियन बैरल को जब्त करने का दावा झूठा है। यह सब वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ईरान विरोधी प्रस्ताव में मिली विफलता के बाद ‘बेइज्जती से बचने’ के लिए कर रहा है।’
बता दें कि शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में संयुक्त राज्य अमेरिका के एक प्रस्ताव को मतदान में करारी हार मिली है। यह प्रस्ताव ईरान पर लगे मौजूदा हथियार प्रतिबंध को बढ़ाने के लिए था। यह रोक आगामी 18 अक्टूबर को समाप्त होने वाली है। इस घटना के कुछ ही समय बाद ही अमेरिकी न्याय विभाग ने वेनेजुएला की सीमा पर 4 टैंकरों से ईरानी ईंधन को जब्त करने की घोषणा की। अमेरिका ने कहा था कि उसने वेनेजुएला को ईरान की ओर से तेल पहुंचाने की कोशिश कर रहे 4 टैंकरों को जब्त कर लिया है।
एक अमेरिकी अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि अभी नौकाएं या उनका सामान कहां है, इसकी जानकारी कोई नहीं है। अभियोजकों ने आरोप लगाया कि 4 नौकाएं 11 लाख बैरल तेल वेनेजुएला ले जा रही थीं। बेला, बरिंग, पंडी और लूना नाम के ये टैंकर कभी दक्षिण अमेरिकी देश पहुंचे ही नहीं और लापता हो गए। 2 नौकाएं बाद में केप वर्ड के पास नजर आईं। वेनेजुएला में ईरान के राजदूत होजाद सुल्तानी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि ना ही नौकाएं और ना उनके मालिक ईरानी है।