दुबई: ईरान के एक धर्मगुरू ने अपने देश में हुए विरोध-प्रदर्शनों का दोष सोशल मीडिया को दिया है। इस धर्मगुरू ने इस्लामी गणराज्य ईरान से खुद का सोशल मीडिया बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश की चरमराती अर्थव्यवस्था को लेकर प्रदर्शनों के बाद कुछ लोगों ने अशांति फैलाने के लिए इन ऐप्स का इस्तेमाल किया।
धर्मगुरू अयातुल्ला अहमद खातमी ने शुक्रवार की नमाज के बाद यह आह्नवान किया। उनके इस आह्वान से लगता है कि 28 दिसंबर को शुरू हुए प्रदर्शनों के बीच अशांति को फैलाने के लिए इंटरनेट की काफी अहम भूमिका रही और विरोध प्रदर्शन जल्द ही पूरे देश में फैल गया। खातमी ने कहा, ‘साइबर स्पेस ने हिंसा भड़काई। जब साइबरस्पेस बंद था तो देशद्रोह की गतिविधियां भी बंद थी। देश ऐसे किसी सोशल नेटवर्क का समर्थन नहीं करता है जिसकी चाबी अमेरिका के हाथों में हो।’
पिछले सप्ताह शुरू हुए सरकार विरोधी रैलियों और अशांति के बीच ईरान में 3 दिन सरकार समर्थित प्रदर्शन भी देखे गए। ईरान की चरमराती अर्थव्यवस्था और खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों को लेकर पिछले सप्ताह शुरू हुए प्रदर्शनों में कम से कम 21 लोगों की मौत हुई थी।