तेहरान: ईरान ने शनिवार को देश के आतंरिक मामलों में अमेरिका के हस्तक्षेप की निंदा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम कासेमी ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप वाले और ईरान के कुछ शहरों में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों के प्रति समर्थन वाले बयान अवसरवादिता और कपट के सूचक हैं। ट्रंप ने ईरान में हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन पर चेतावनी देते हुए कहा था कि इस देश के लोग बदलाव चाहते हैं और 'दमनकारी' शासन को लोग हमेशा बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।
गौरतलब है कि ईंधन और ब्रेड समेत बुनियादी जरूरत की चीजों की कीमतें बढ़ाने के सरकार के संभावित कदम को लेकर शुक्रवार को ईरान के कुछ प्रमुख शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। कासेमी ने कहा, ‘महान देश ईरान अपने कुछ शहरों में जुटी भीड़ के प्रति अमेरिकी अधिकारियों के अवसरवादी और कपटपूर्ण समर्थन को और कुछ नहीं, बल्कि अमेरिकी प्रशासन का कपट और पाखंड करार देता है।’ गौरतलब है कि हालिया समय में अमेरिका और ईरान के संबंध बेहद ही तनावपूर्ण स्थिति में पहुंच चुके हैं।
वहीं, ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में सितंबर में दिए गए अपने भाषण के दो वीडियो क्लिप्स ट्वीटर पर शेयर किए। इन वीडियो क्लिप्स में वह ईरानी शासन पर हमले कर रहे हैं। ट्रंप ने अपने भाषण से उद्धृत करते हुए कहा, ‘दमनकारी शासन को हमेशा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है और एक दिन ऐसा आएगा जब ईरानी आवाम के पास विकल्प होगा। दुनिया देख रही है।' ईरान में हो रहे प्रदर्शन पर ट्रंप ने यह दूसरी बार टिप्पणी की थी। ईरान में लगातार तीसरे दिन हो रहे प्रदर्शन के दौरान तेहरान विश्वविद्यालय पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई।