तेहरान। ईरान की वायु सेना ने वार्षिक अभ्यास सोमवार को शुरू किया। सरकारी टीवी ने खबर दी है कि इस अभ्यास में अमेरिका और रूस में बने पुराने लड़ाकू विमानों के साथ ही स्थानीय तौर पर बनाए गए ड्रोन और अन्य विमान हिस्सा ले रहे हैं। दो दिन चलने वाले इस अभ्यास में वायुसेना के आठ हवाई अड्डे हिस्सा लेंगे। इसमें मिसाइल दागने और हवा में ईंधन भरने का अभ्यास शामिल है।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा ईरान पर हथियारों की खरीद को लेकर लगाए गए दशक भर लंबे प्रतिबंध के बाद से यह दूसरा अभ्यास है। इस प्रतिबंध के तहत ईरान पर विदेशों से टैंक, लड़ाकू विमान जैसे हथियार खरीदने पर रोक है। यह प्रतिबंध अक्टूबर में खत्म हो गया है। बताया जाता है कि ईरान नए लड़ाकू विमान खरीदने में दिलचस्पी रखता है। उसके पास अब भी अमेरिकी एफ-14 टॉमकैट्स, के साथ-साथ एफ-4एस और एफ-5एस हैं जो 1979 में हुई इस्लामी क्रांति से पहले के हैं।
अमेरिका की आपत्तियों के बावजूद ईरान पर लगा प्रतिबंध 2015 में हुए ऐतिहासिक परमाणु करार के तहत खत्म हो गया। यह करार ईरान और विश्व की शक्तियों के बीच हुआ था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका को इस करार से एकतरफा तरीके से अलग कर चुके हैं।