इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने विदेश में कार्यरत अपने ज्यादातर पायलटों के लाइसेंस को अनुमोदित या मान्य करार दिया है। पाकिस्तान के विमानन प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। हालांकि, प्रवक्ता ने कहा कि 200 ऐसे पायलट जिन्होंने गलत तरीके से लाइसेंस हासिल किये हैं उनकी अभी जांच चल रही है। पाकिस्तान के नागर विमानन प्राधिकरण के प्रवक्ता अब्दुल सत्तार खोकर ने बयान में कहा कि संयुक्त अरब अमीरात, तुर्की, मलेशिया, वियताम, बहरीन, इथियोपिया, हांगकांग, ओमान, कतर और कुवैत में कार्यरत 176 में से 166 पायलटों के लाइसेंस में कोई गड़बड़ी नहीं है।
खोकर ने बताया कि शेष दस पायलटों के लाइसेंस की सत्यपान की प्रक्रिया अगले सप्ताह पूरी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि एजेंसी ने 10 देशों की एयरलाइंस को पायलट की पात्रता के बारे में उनके आग्रह के बाद सूचित किया है। पाकिस्तान के नागर विमानन प्राधिकरण की विश्वसनीयता तथा पायलटों की स्थिति को लेकर जून से ही सवाल उठ रहे हैं। उस समय पाकिस्तान के विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने संसद में यह कहकर सभी को सन कर दिया था कि पाकिस्तान ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के एक-तिहाई पायलटों को उड़ानों से हटा दिया है क्योंकि उन्होंने पायलट परीक्षा में ‘धोखाधड़ी’ की थी। इसके बाद यूरोपीय संघ की उड्डयन सुरक्षा एजेंसी ने पाकिसतान की राष्ट्रीय एयरलाइन को यूरोप के देशों में उड़ान से छह माह के लिये रोक दिया।
कुछ देशों ने उनकी एयरलाइन में काम कर रहे पाकिस्तानी पायलटों को उड़ान से रोक दिया। पाकिस्तान में 22 मई को हुये एयरबस 320 विमान हादसे के बाद पायलटों के लाइसेंस की जांच ने जोर पकड़ा। जांच का पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस से बाहर भी विस्तार हुआ और पाया गया कि पाकिस्तान के 860 पायलटों में से 260 ने पायलटा परीक्षणा में धोखाधड़ी की इसके बावजूद उन्हें नागिरक उड्डयन प्राधिकरण ने लाइसेंस जारी कर दिया।