पालू: इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में आए ताकतवर भूकंप और इससे पैदा हुई सुनामी की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 832 हो गई है। वहीं, कई लोग अभी भी लापता हैं। इस बात की जानकारी आपदा राहत कर्मियों ने दी है। इस बीच,भूकंप-सुनामी से सबसे अधिक प्रभावित पालू शहर में राहत एवं बचाव कर्मियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। इस आपदा में जीवित बचे लोग मृतकों के शव बरामद करने में अधिकारियों की मदद कर रहे हैं। इंडोनेशिया की सरकारी न्यूज एजेंसी ‘अंतारा’ ने राष्ट्रीय आपदा एजेंसी के प्रमुख के हवाले से पालू में मारे गए लोगों का ताजा आंकड़ा बताया। वहीं, देश के उपराष्ट्रपति जुसुफ काला ने बताया कि भूकंप एवं सुनामी में मारे गए लोगों की अंतिम संख्या हजारों में हो सकती है।
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि 7.5 तीव्रता के भूकंप और सुनामी में 5-5 फुट ऊंची उठी लहरों की चपेट में आए हताहतों की संख्या ‘बढ़ रही है’, क्योंकि अब सुदूर इलाकों से नुकसान की सूचनाएं मिल रही हैं। एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कम से कम 540 लोग बुरी तरह घायल हुए हैं। अस्पतालों को बड़ी संख्या में भर्ती किए जा रहे घायलों के इलाज में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा कि क्षेत्र में सेना को बुलाया गया है ताकि वह पीड़ितों तक पहुंचने और शवों को तलाशने में खोज एवं बचाव टीमों की मदद कर सके।
कुछ सरकारी विमान राहत सामग्री लेकर पालू के प्रमुख एयरपोर्ट तक पहुंचे हैं, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक यह एयरपोर्ट कमर्शल फ्लाइट्स के लिए बंद रहेगा। शुक्रवार की शाम को समुद्र तट पर जश्न की तैयारी में जुटे लोग लापता बताए जा रहे हैं। उनके बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिलने से चिंता की स्थिति बनी हुई है। यह जानकारी आपदा एजेंसी ने दी। करीब साढ़े तीन लाख की आबादी वाले पालू में शुक्रवार को सुनामी की चपेट में आने से मारे गए लोगों के शव समुद्र तट पर नजर आ रहे हैं।
PM मोदी ने जताया शोक, कहा मुश्किल घड़ी में पड़ोसी देश के साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया में आई सुनामी में लोगों की मौत पर रविवार को दुख जताते हुए कहा कि भारत मुश्किल की इस घड़ी में अपने समुद्री पड़ोसी देश के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से टि्वटर पर कहा, ‘इंडोनेशिया के मध्य सुलावेसी में भूकंप और सुनामी के कारण लोगों की मौत और विध्वंस से बहुत दुखी हूं। मैं अपनी ओर से संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। भारत मुश्किल की इस घड़ी में अपने समुद्री पड़ोसी देश के साथ खड़ा है।’