जकार्ता: इंडोनिशया के एक कट्टरपंथी मौलाना को देश की एक अदालत ने आतंकी साजिश रचने का दोषी पाते हुए शुक्रवार को मौत की सजा सुनाई है। मौलाना अमान अब्दुर्रहमान को यह सजा स्टार बक्स कैफे में हुए फिदायीन हमले की साजिश रचने के मामले में दी गई है। 2016 में हुए इस फिदायीन हमले की जिम्मेदारी कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली थी। मौलाना को जकार्ता की अदालत ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मौत की सजा सुनाई। अदालत पहले ही अब्दुर्रहमान को हमले की साजिश रचने का दोषी करार दे चुकी है।
जकार्ता में हुए इस फिदायीन हमले में 4 हमलावर और 4 नागरिक मारे गए थे। दक्षिणपूर्व एशिया में पहली बार किसी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली थी। पिछले महीने अभियोजन ने अमान अब्दुर्रहमान उर्फ अबू सुलेमान को मौत की सजा देने की मांग की थी। अब्दुर रहमान को इंडोनेशिया में इस्लामिक स्टेट के समर्थकों का नेता माना जाता है। वह स्थानीय चरमपंथी नेटवर्क जमाह अंशरूत दौलाह (JAD) का धार्मिक नेता भी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैसे ही जजों ने मौलाना को सजा सुनाई, वह घुटनों के बल बैठ गया और फिर फर्श को चूम लिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले मौलाना अब्दुर्रहमान को 2004 में कैद की सजा सुनाई गई थी जब उसके द्वारा बनाया गया एक बम पश्चिमी जावा के एक घर में फट गया था। इसके बाद 2011 में भी वह सलाखों के पीछे तब गया था जब उसने एक जिहादी ट्रेनिंग कैंप की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बताया जा रहा है कि मौलाना इंडोनेशिया में शरीया कानून स्थापित करने की ख्वाहिश रखता था।