बीजिंग: भारत व चीन ने द्विपाक्षीय सामाजिक सुरक्षा समझौते पर औपचारिक बातचीत शुरू करने पर सहमति जताई है। इस समझौते का उद्देश्य एक दूसरे के यहां नौकरी के लिए जाने वाले पेशेवरों व कुशल श्रमिकों को एक साथ दो दो जगह पेंशन कोष में कटौती न करानी पड़े तथा कोष में कटौती वापस भेजने की भी सुविधा हो। (बेल्जियम के लीज शहर में गोलीबारी, दो पुलिसकर्मियों समेत तीन लोगों की हत्या )
भारतीय दूतावास द्वारा जारी बयान के अनुसार 28-29 मई को बीजिंग में दो दिवसीय बातचीत में दोनों पक्षों के बीच इस बात को लेकर औपचारिक बातचीत शुरू करने पर सहमति बनी है। समझौता अगले साल हो सकता है। बातचीत में भारतीय पक्ष की अगुवाई विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव विनोद जैकब ने जबकि चीनी प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई मानव संसाधन मंत्रालय में उप महानिदेशक मा हेजू ने की।
दोनों पक्षों ने भारत व चीन में सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों पर चर्चा की तथा अपने अनुभवों को साझा किया। सामाजिक सुरक्षा समझौते पर औपचारिक वार्ता चरण के लिए विस्तृत चर्चा भी हुई। भारत ने अब तक विभिन्न 18 देशों के साथ सामाजिक सुरक्षा समझौते किए हैं जिनमें ब्राजील, रुस , दक्षिण अफ्रीका , मैक्सिको, पेरू और थाइलैंड जैसे देश शामिल हैं।