इस्लामाबाद: आतंकी संगठनों को पनाह देने के चलते हाल ही में अमेरिका के निशाने पर आए पाकिस्तान ने भारत पर एक बड़ा आरोप लगाया है। पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि ‘क्षेत्रीय नेतृत्व’ की भारत की चाह के कारण पूरे दक्षिण एशिया में समस्याएं पैदा हो रही हैं। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि भारत की हथियार संबंधी तैयारी ने पूरे क्षेत्र को हथियारों की दौड़ में धकेल दिया है। उन्होंने साथ ही चेताया कि पाकिस्तानी बल किसी भी खतरे से अपनी सीमाओं की रक्षा में सक्षम हैं।
फैसल ने कहा, ‘उसका (भारत का) वर्चस्ववादी रवैया ना सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चिंता की बात है। क्षेत्र में दबदबा कायम करने की भारत की चाह से दक्षिण एशिया में काली छाया पड़ रही है।’ उन्होंने ‘कमजोर आधार पर’ संघर्ष विराम उल्लंघन को न्यायोचित ठहराने के लिए भारत की आलोचना की। उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम उल्लंघन क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है और इससे रणनीति संबंधी गलत आकलन संभव है।
प्रवक्ता ने भारत से संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (UNMOGIP) को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संकल्पों के अनुसार भारत और पाकिस्तान में अपनी भूमिका निभाने की इजाजत देने का आग्रह किया। भारत का यह रुख रहा है कि शिमला समझौते और नियंत्रण रेखा की स्थापना के बाद UNMOGIP अपनी प्रासंगिकता खो चुका है। वहीं, ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकवाद को शह देना पाकिस्तान को बहुत भारी पड़ा है। बताया जा रहा है कि पेरिस में फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) की मीटिंग में पाकिस्तान को 'ग्रे लिस्ट' में शामिल करने का फैसला हुआ है।