लाहौर: पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत 2008 के मुंबई हमले की फिर से जांच चाहता है और साथ ही उसने पाकिस्तान से जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद पर मुकदमा चलाने को कहा है। सईद फिलहाल आतंकरोधी कानून के तहत लाहौर में नजरबंद है। पाकिस्तान की ओर से 24 भारतीय गवाहों का बयान रिकॉर्ड कराने के लिए भेजे गए आग्रह के जवाब में भारत ने यह मांग रखी है।
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमें अपने पत्र के जवाब में भारत सरकार से जवाब मिला है। परंतु हमारे आग्रह पर तवज्जो देने की बजाय भारत ने मामले की फिर से जांच की मांग की है और जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद और उपलब्ध कराए गए साक्ष्य के आधार पर लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी पर मुकदमा चलाने की भी मांग की है।
पाकिस्तान सरकार ने 30 जनवरी को सईद और जमात-उद-दावा एवं फलाह-ए-इंसानियत के चार नेताओं को नजरबंद कर दिया था। मुंबई हमले के बाद भी सईद को नजरबंद किया गया था, लेकिन 2009 में अदालत ने उसे रिहा कर दिया।
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि मामले को निष्कर्ष तक पहुंचाने के लिए भारतीय गवाहों के बयान की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर सबूत हो तो पाकिस्तान को मुंबई हमले के किसी भी संदिग्ध पर मुकदमा चलाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
भारत कई बार इस मामले की जल्द से जल्द सुनवाई पूरी करने का आग्रह पाकिस्तान से कर चुका है। भारत की ओर से कई पुख्ता सबूत साझा भी किए गए हैं। लेकिन पाकिस्तान में किसी न किसी बहाने मामले की सुनवाई टलती रही है। सोमवार को लगातार 17वीं बार इस मामले की आतंकरोधी अदालत में सुनवाई नहीं हुई। अब आठ मार्च को सुनवाई होनी है।