बहराइच: नेपाल में हो रहे संसद और विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण के मतदान के मद्देनजर भारत-नेपाल की सीमा को आगामी सात दिसम्बर तक के लिए सील कर दिया गया है। चुनाव को देखते हुए सीमा पर खुफिया तथा अन्य सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता बढ़ा दी गई है। सीमा पर भारतीय अर्ध सैनिक बल के जवानों के साथ ही नेपाली बल ने भी अपने-अपने इलाकों में मोर्चा संभाल लिया है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 42वीं वाहिनी के उप सेनानायक शैलेन्द्र पान्डे ने आज बताया कि लोगों को मेडिकल आवश्यकताओं तथा आपातकालीन जरूरतों तथा पैदल आवागमन की सुविधा सघन चेकिंग तथा पूछताछ के बाद ही दी जा रही है। हर तरफ आने जाने वालों पर नजर रखी जा रही है।
उन्होंने बताया कि सोमवार रात को सीमा सील हुई है और सात दिसंबर की शाम को मतदान समाप्त होने के बाद ही सीमा पर आवागमन सुचारु रूप से शुरू हो सकेगा। डिप्टी कमान्डेन्ट ने बताया कि सीमावर्ती इलाकों में एसएसबी, वन विभाग, कस्टम, जिला पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीमें गश्त कर रही हैं। मालूम हो कि बड़ी संख्या में नेपाली नागरिक भारतीय क्षेत्र में नौकरी करते हैं जिन्हें मतदान में शामिल होने के लिए कड़ी तलाशी व पूछताछ के बाद पैदल नेपाल सीमा में प्रवेश कराया जा रहा है।
नेपाल में संसदीय और सात प्रांतीय विधानसभाओं के चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान गत 26 नवम्बर को संपन्न हुआ था। दो चरणों में होने वाले चुनाव के दूसरे व अंतिम चरण के लिए सात दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में नेपाल के उत्तरी इलाके में वोट डाले गए थे जबकि दूसरे चरण में काठमांडू घाटी और तराई के नाम से जाने जाने वाले दक्षिण के मैदानी इलाकों में मतदान होना है। नेपाल में सितंबर 2015 में लागू हुए नए संविधान के तहत पहली बार संसदीय और विधानसभाओं के चुनाव हो रहे हैं।