नई दिल्ली: एशियन हाइ-वे का मिआवड्डी-थिन्ग्गन निएनॉंग-काव्कअरेइक हिस्सा, जो भारत और थाइलैंड को म्यांमार के रास्ते से जोड़ता है, अब इस्तेमाल के लिए खोल दिया गया है। इसके साथ ही भारत, म्यांमार औऱ थाइलैंड के संबंधों के नए युग का आगाज़ भी हो गया। म्यांमार के उपराष्ट्रपति यू न्यान तुन, थाइलैंड के उप प्रधानमंत्री सोमकिड जातुस्रिपीतक और कायिन नेशनल यूनियन के चेयरमैन जनरल सॉ मुतु साइ पो ने इस महत्वपूर्ण सड़कमार्ग के उद्घाटन समारोह में भाग लिया।25.6 किलोमीटर लंबे मार्ग के खुल जाने के बाद थिन्ग्गन निएनॉंग और कॉकअरऐइक के बीच की यात्रा का समय 3 घंटे से कम होकर करीब 45 मिनट रह जाएगा।
एशियन हाइ-वे के इस भाग के निर्माण की शुरुआत सन 2012 को थाइलैंड के सहयोग से हुई थी।एशियन हाइ-वे भारत में मोरेह से शुरू होकर म्यांमार होते हुए थाइलैंड में माएसोट तक जाता है।हाइ-वे का यह भाग, जोकि ग्रेटर मेकोंग सब-रीजन के पूर्वी-पश्चिमी इकोनोमिक कारीडॉर का हिस्सा भी है, न केवल तीनों देशों के लोगों के बीच बेहतर संबंधों को सुनिश्चित करेगा, बल्कि इलाके के व्यापार को बढ़ाने में भी मददगार साबित होगा।
ये भी पढ़ें: आखिर जंग में जीती जमीन पाकिस्तान को क्यों लौटाई गई?
PHOTOS: भारत के इस आईलैंड पर बसती है मौत
नदी के ऊपर बहती है नदी, जिसमें चलते हैं जहाज