इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को नियंत्रण रेखा (LoC) के पार से आतंकवादियों की संभावित घुसपैठ की खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ये दावे जम्मू-कश्मीर के घटनाक्रम से ध्यान हटाने के लिए हैं। खान ने ट्वीट किया, ‘भारतीय मीडिया में बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में अफगानिस्तान से आतंकियों ने घुसपैठ की है। कुछ आतंकियों के दक्षिण भारत में भी घुसने की खबरें भारतीय मीडिया में चल रही हैं। जम्मू-कश्मीर में भारत के नरसंहार के एजेंडे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी खबरें फैलाई जा रही हैं।’
आतंकी हमले की रची जा रही साजिश
खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए सेना के सूत्रों ने गुरुवार को कहा था कि पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी कश्मीर और गुजरात के रास्ते देश में घुसकर आतंकवादी हमले की साजिश रच रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े लगभग 12 अफगान आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लेपा घाटी में सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर के भाई रऊफ असगर ने कश्मीर में LoC के पार से आतंकवादी भेजने के लिए 19-20 अगस्त को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर शहर में एक बैठक की थी।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद से बेचैन हैं इमरान
खान ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘मैं पूरी दुनिया के लोगों का ध्यान इस ओर दिलाना चाहता हूं कि भारत सरकार जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन और वहां बढ़ रही आतंकी घटनाओं से ध्यान भटकाने के लिए झूठा फ्लैग ऑपरेशन कर सकती है।’ भारत की ओर से जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को रद्द करने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और लगातार भारत के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है। अनुच्छेद-370 हटाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को समाप्त करने के साथ ही इस्लामाबाद से भारतीय राजदूत को भी हटा दिया है।