बीजिंग: चीन ने गुरुवार को फिर कहा कि भारत डोकलाम से अपने जवानों बुला ले, तभी बातचीत होगी। डोकलाम में चीन व भारत के सैनिक करीब महीने भर से आमने-सामने हैं। चीन ने दोहराया कि भारत से सीमा के सिक्किम क्षेत्र में डोकलाम से सैनिकों को हटाया जाना सार्थक संवाद की पूर्व शर्त है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने एक प्रेस सम्मेलन में कहा, "हमारे कूटनीतिक माध्यम खुले हुए हैं और दोनों पक्षों के बीच संवाद व किसी भी सार्थक संवाद के लिए भारतीय सीमा के जवानों को हटाया जाना इसकी शर्त है।" लू ने कहा, "सिक्किम क्षेत्र में हुई घटना से साफ है कि भारतीय सीमा के जवानों ने अवैध तौर पर चीनी क्षेत्र में घुसपैठ की।"
चीन, भूटान और भारत की सीमा डोकलाम में मिलती है। यह तीनों देशों के लिए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है।चीन डोकलाम को अपना बताता है, लेकिन भारत और भूटान इसे भूटान का क्षेत्र बताते हैं। भारत भूटान का करीबी सहयोगी है। भारत ने जून में चीन को डोकलाम में सड़क बनाने से रोका था। इसके बाद भारत और चीन आमने-सामने हो गए। मौजूदा समय में दोनों देशों की सेनाएं डोकलाम में आमने-सामने हैं। भारत का कहना है कि वह मामले का कूटनीतिक तौर पर हल चाहता है।