बीजिंग/नई दिल्ली: चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो (Weibo) पर 15 जून को गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना (PLA) के बीच हुई हिंसक झड़प में मारे गए एक चीनी सैनिक की पहचान करने वाली कब्र की तस्वीर शेयर की गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, माना जा रहा है कि यह संभावित रूप से गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में मारे गए चीनी सैनिकों का पहला सबूत साबित हो सकता है। हालांकि, इस बारे में चीन की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
दो वीबो अकाउंट्स (पहचान को रोक दिया गया) पर शुरू में एक चीनी सैनिक चेन जियानग्रोंग की कब्र की तस्वीर पोस्ट की थी। कब्र पर मैंडरिन (चीनी भाषा की एक शैली) में लिखा गया है, 'फुजियान के पिंगनान से 69316 ट्रूप का सैनिक।'' चेन जियांग्रो का मकबरा। उन्होंने जून 2020 में भारतीय सैनिकों के साथ हुए संघर्ष में अपना बलिदान दिया। उन्हें केंद्रीय सैन्य आयोग (CMC) द्वारा मरणोपरांत याद किया गया है।' फिलहाल, यह तस्वीर ट्विटर पर भी नजर आने लगी है।
मिली जानकारी के अनुसार, यह कब्र दक्षिणी शिनजियांग सैन्य क्षेत्र में 5 अगस्त, 2020 को बनाई गई है। मारा गया जवान 19 साल का था, जो दिसंबर 2001 में पैदा हुआ था। कब्र पर लिखा जानकारी के अनुसार, चेन जियानग्रोंग 69316 ट्रूप का सैनिक था और PLA सैन्य संरचना के मुताबिक, 69316 यूनिट PLA की सीमा रक्षा की 13वीं रेजिमेंट के अंतरगत आती है।
हालांकि, कुछ वीबो (Weibo) यूजर्स का चेन जियांग्रोंग के बारे में यह भी कहता है कि चेन जियांग्रोंग की मौत भले ही गलवान घाटी में नहीं हुई है, लेकिन पैंगोंग झील के इलाके में बड़ा फ्लैशप्वाइंट रहा है, जहां झड़प हुई थी। इसी झड़प में चेन जियांग्रोंग की मौत हुई है। हालांकि, कुछ वीबो उपयोगकर्ताओं का मानना है कि तस्वीर के साथ छेड़खानी हुई है। वह इसे सही नहीं मान रहे हैं। फिलहाल, तस्वीर से जुड़ी पोस्टों को वायरल होने का बाद वीबो यूजर ने हटा लिया है।